वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय का 101वां दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित किया गया. दीक्षांत समारोह में शिक्षा संकाय के प्रोफेसर सुनील कुमार सिंह और सामाजिक विज्ञान संकाय के डॉ. विमल कुमार लहरी को डीलिट की उपाधि प्रदान की गई. दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को पीएचडी की 332, एमफिल की 12, स्नाकोत्तर की 4,511 और स्नातक की 6,272 उपाधि समेत कुल 11,529 उपाधि प्रदान की गई.
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय लोक वित्त और निजी संस्थान नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. विजय केलकर मौजूद रहे. वहीं भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के सुपौत्र एवं बीएचयू के कुलाधिपति जस्टिस गिरधर मालवीय मौजूद रहे. इस दौरान मुख्य अतिथि ने छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.
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तीन गोल्ड मेडल पाने से बढ़ गई जिम्मेदारी
शिवार्चित मिश्र ने बताया कि उन्हें तीन गोल्ड मेडल मिले हैं. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में टॉप किया है, उसके लिए उन्हें चांसलर मेडल और महाराजा विभूति नारायण सिंह मेडल मिला है. अपनी फैकल्टी टॉप करने के लिए उन्हें बीएचयू मेडल मिला है. शिवार्चित ने कहा कि यहां एडमिशन लेना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैं वेद के क्षेत्र में और काम करना चाहता हूं. आज मेरे काम करने की प्रवृत्ति को और बढ़ावा मिला. इतने मेडल मिलने के बाद अब मेरे ऊपर और जिम्मेदारी बढ़ गई है कि मैं अब मेडल की गरिमा बनाए रखूं.