ETV Bharat / state

काशी में शक्ति प्रदर्शन से पहले प्रियंका करेंगी शक्ति पूजन - Senior Congress leader Ajay Rai

10 अक्टूबर को काशी में किसान न्याय रैली को संबोधित करने से पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा नवरात्र के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना करेंगी. यहां की प्राचीन दुर्गाकुंड मां कुष्मांडा देवी के मंदिर में वे पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करेंगी और इसके बाद रैली में शामिल के लिए जाएंगी.

काशी में रैली से पहले प्रियंका करेंगी मां कुष्मांडा की पूरे विधि-विधान से पूजा
काशी में रैली से पहले प्रियंका करेंगी मां कुष्मांडा की पूरे विधि-विधान से पूजा
author img

By

Published : Oct 9, 2021, 8:03 AM IST

Updated : Oct 9, 2021, 1:09 PM IST

वाराणसी: सूबे में तेजी से बदलते सियासी समीकरण के बीच जहां सत्ताधारी भाजपा के लिए लगातार चुनौतियां बढ़ रही हैं तो वहीं दूसरी ओर लखीमपुर खीरी की घटना के बाद विपक्षियों को मानों संजीवनी मिल गया हो और खासकर बात अगर कांग्रेस की करें तो पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखमीपुर की घटना को बतौर सियासी हथियार इस्तेमाल करने का मन बना लिया है. यही वजह है कि प्रियंका ने अपने पूर्व निर्धारित प्रतिज्ञा रैली का नाम बदलकर किसान न्याय रैली कर दिया है.

मां के दर्शन के बाद रैली में शामिल होंगी प्रियंका

रैली में शामिल होने के लिए 10 अक्टूबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी आ रही हैं. वहीं, उनके वाराणसी आने पर रैली से पहले वे नवरात्र के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना करेंगी. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी पहले दुर्गाकुंड मां कुष्मांडा देवी के मंदिर में दर्शन करेंगी, जहां पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने के उपरांत रैली में शामिल होंगी.

काशी में शक्ति प्रदर्शन से पहले प्रियंका करेंगी शक्ति पूजन

इसे भी पढ़ें - बदला प्रियंका की प्रतिज्ञा रैली का नाम, अब काशी से किसानों के न्याय की लड़ाई लड़ेगी कांग्रेस

आपको बताते चलें कि वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी साल 2019 में मां भगवती का दर्शन कर चुके हैं. इसके साथ ही मनोज तिवारी, महेंद्र नाथ पांडेय आदि बड़े राजनेता भी इस मंदिर में मत्था टेक चुके हैं. वहीं, दुर्गा मंदिर काशी के प्राचीन मंदिरों में से एक है. इस शक्तिपीठ का स्थान व उल्लेख काशी खंड में भी मिलता है. मंदिर में माता दुर्गा यंत्र के रूप में विराजमान है. मान्यता यह भी है कि मंदिर में दर्शन करने से शत्रुओं का नाश होता है. पूरे श्रद्धा भाव से जो भी मां भगवती की आराधना करता है, उसकी सारी मनोकामना पूर्ण होती हैं.

मंदिर से जुड़ी कथा

मंदिर की स्थापना को लेकर एक कथा है कि राजकुमार सुदर्शन का विवाह काशी नरेश सुबाहु की बेटी से कराने के लिए माता ने सुदर्शन के विरोधी राजाओं का वध कर उनके रक्त से कुंड को भर दिया था. उसे ही रक्त कुंड कहते हैं. बाद में राजा शुबाहु ने यहां दुर्गा मंदिर का निर्माण कराया था और 1760 में रानी भवानी ने इसका जीर्णोद्धार कराया था.

वहीं, राघवेंद्र चौबे ने बताया 10 अक्टूबर को बनारस की धरती से कांग्रेस की किसान न्याय रैली का प्रतिनिधित्व पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा करने जा रही हैं. नवरात्र का समय है, सो हमने यह तय किया कि हमारी नेत्री मां कुष्मांडा देवी की पूजा के बाद रैली में शामिल होंगी.

वाराणसी: सूबे में तेजी से बदलते सियासी समीकरण के बीच जहां सत्ताधारी भाजपा के लिए लगातार चुनौतियां बढ़ रही हैं तो वहीं दूसरी ओर लखीमपुर खीरी की घटना के बाद विपक्षियों को मानों संजीवनी मिल गया हो और खासकर बात अगर कांग्रेस की करें तो पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखमीपुर की घटना को बतौर सियासी हथियार इस्तेमाल करने का मन बना लिया है. यही वजह है कि प्रियंका ने अपने पूर्व निर्धारित प्रतिज्ञा रैली का नाम बदलकर किसान न्याय रैली कर दिया है.

मां के दर्शन के बाद रैली में शामिल होंगी प्रियंका

रैली में शामिल होने के लिए 10 अक्टूबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी आ रही हैं. वहीं, उनके वाराणसी आने पर रैली से पहले वे नवरात्र के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना करेंगी. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी पहले दुर्गाकुंड मां कुष्मांडा देवी के मंदिर में दर्शन करेंगी, जहां पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने के उपरांत रैली में शामिल होंगी.

काशी में शक्ति प्रदर्शन से पहले प्रियंका करेंगी शक्ति पूजन

इसे भी पढ़ें - बदला प्रियंका की प्रतिज्ञा रैली का नाम, अब काशी से किसानों के न्याय की लड़ाई लड़ेगी कांग्रेस

आपको बताते चलें कि वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी साल 2019 में मां भगवती का दर्शन कर चुके हैं. इसके साथ ही मनोज तिवारी, महेंद्र नाथ पांडेय आदि बड़े राजनेता भी इस मंदिर में मत्था टेक चुके हैं. वहीं, दुर्गा मंदिर काशी के प्राचीन मंदिरों में से एक है. इस शक्तिपीठ का स्थान व उल्लेख काशी खंड में भी मिलता है. मंदिर में माता दुर्गा यंत्र के रूप में विराजमान है. मान्यता यह भी है कि मंदिर में दर्शन करने से शत्रुओं का नाश होता है. पूरे श्रद्धा भाव से जो भी मां भगवती की आराधना करता है, उसकी सारी मनोकामना पूर्ण होती हैं.

मंदिर से जुड़ी कथा

मंदिर की स्थापना को लेकर एक कथा है कि राजकुमार सुदर्शन का विवाह काशी नरेश सुबाहु की बेटी से कराने के लिए माता ने सुदर्शन के विरोधी राजाओं का वध कर उनके रक्त से कुंड को भर दिया था. उसे ही रक्त कुंड कहते हैं. बाद में राजा शुबाहु ने यहां दुर्गा मंदिर का निर्माण कराया था और 1760 में रानी भवानी ने इसका जीर्णोद्धार कराया था.

वहीं, राघवेंद्र चौबे ने बताया 10 अक्टूबर को बनारस की धरती से कांग्रेस की किसान न्याय रैली का प्रतिनिधित्व पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा करने जा रही हैं. नवरात्र का समय है, सो हमने यह तय किया कि हमारी नेत्री मां कुष्मांडा देवी की पूजा के बाद रैली में शामिल होंगी.

Last Updated : Oct 9, 2021, 1:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.