ETV Bharat / state

यूपी में बाजार भी राममय: रामनामी झंडे, पटके, टोपी की बढ़ी डिमांड, ऑर्डर पूरे नहीं कर पा रहे व्यापारी - राम नाम झंडा

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha Varanasi Market) में महज कुछ ही दिन रह गए हैं. इसे लेकर पूरे देश के रामभक्तों में उल्लास नजर आ रहा है. इसी कड़ी में काशी भी पूरी तरह राममय नजर आने लगी है.

वाराणसी के बाजार में राम-नाम के कपड़ों की धूम.
वाराणसी के बाजार में राम-नाम के कपड़ों की धूम.
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 4, 2024, 11:32 AM IST

Updated : Jan 10, 2024, 9:40 AM IST

वाराणसी के बाजार में राम-नाम के कपड़ों की धूम.

वाराणसी : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद तैयारियों में जुटा है. देश के कोने-कोने के अलावा विदेश से भी सामान मंगवाए जा रहे हैं. घर-घर प्रभु श्रीराम से जुड़े धार्मिक आयोजन कराने के साथ ही गली-मोहल्लों से शोभायात्रा, कलश यात्रा और बाइक रैली निकालने की भी तैयारी है. हर मंदिर में रामायण का पाठ करने के साथ ही भजन-कीर्तन की तैयारी है. घर-घर प्रभु श्री राम और सनातन धर्म से जुड़े गेरुआ रंग के झंडे लगाने के साथ ही लोगों का अभिवादन करने के लिए श्री राम नाम के दुपट्टे भी जुटाए जा रहे हैं. इन सबको लेकर काशी में बड़ा बाजार तैयार है. 26 जनवरी के मौके पर बिकने वाले तिरंगे के साथ ही इस बार श्री राम जन्मभूमि आयोजन से जुड़ी चीजें भी खूब बिक रहीं हैं. इनमें पटका, टोपी आदि शामिल हैं. इनकी डिमांड इतनी जबरदस्त है कि व्यापारी पुराने ऑर्डर में ही फंसकर रह गए हैं. वे नए ऑर्डर को अब मना करने लगे हैं.

राम नाम लिखे झंडों की ज्यादा डिमांड : वाराणसी के राजा दरवाजा इलाके में प्रभु श्री राम से जुड़ी तमाम चीजों का एक बड़ा बाजार सजकर तैयार है. यहां के व्यापारी परिमल गोयल बताते हैं कि हर वर्ष जनवरी के मौके पर वह तिरंगा झंडा और इससे जुड़ी तमाम चीजों का अच्छा खासा कारोबार करते थे, लेकिन इस बार नवंबर से ही उनके पास श्री राम जन्मभूमि स्थापना समारोह की वजह से बड़े ऑर्डर इससे जुड़ी चीजों के ही आ रहे हैं. इसमें छोटे झंडे से लेकर बड़े झंडे, यहां तक की इतने बड़े झंडे जो कम से कम एक बिल्डिंग की दो से तीन मंजिल को भी कवर कर दें, इनकी भी बिक्री हो रही है. इसके अलावा प्रभु हनुमान और प्रभु श्री राम की तस्वीरों के साथ ही जय श्री राम लिखे हुए झंडों की डिमांड जबरदस्त तरीके से है.

नेपाल से भी मिल रहे ऑर्डर : प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक के साथ ही राम मंदिर से जुड़े प्रिंट के झंडों की डिमांड भी अच्छी खासी है. इसके अलावा बाइक में लगाने के लिए बाइक स्टैंड वाले झंडे, गले में पहने जाने वाले दुपट्टे और पटके मंदिरों और सड़कों पर लगाए जाने वाली जय श्री राम की लड़ियां, टोपी, हाथों में पहनने वाले बैंड इन सब चीजों की जबरदस्त डिमांड है. परिमल बताते हैं कि नवंबर के महीने से ही उनके पास सिर्फ उत्तर प्रदेश या पूर्वांचल से ही नहीं बल्कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मेघालय, असम और यहां तक की नेपाल से बड़ा ऑर्डर आ रहा है.

सूरत से तैयार होकर आ रहे झंडे : लगातार व्यापारी हर रोज दुकान पर पहुंच कर अपने मन मुताबिक सामान ले रहे हैं. वाट्सएप के जरिए भी वह तमाम चीजों की तस्वीर व्यापारियों को भेज रहे हैं, इसके बाद उनके पास आर्डर आ रहे हैं. परिमल का कहना है कि लगभग एक करोड़ से ऊपर का यह बाजार इस बार राम मंदिर अनुष्ठान की वजह से तैयार हो गया है. व्यापारियों के पास ऑर्डर इतने ज्यादा हैं कि वह पुराने ऑर्डर पर ही अपना ध्यान लगाए हुए हैं. नए ऑर्डर पर काम ही नहीं कर पा रहे हैं. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि झंडे सूरत से तैयार होकर आते हैं. वहां भी कारोबारी के पास इतना ज्यादा काम है कि वह समय से डिमांड को पूरी नहीं कर पा रहे हैं. इसके कारण ऑर्डर देने के बाद भी माल तय समय पर नहीं मिल रहा है, 10 तारीख के बाद से वृहद आयोजन शुरू हो जाएगा. इसलिए उसके पहले ही यह सारा सामान व्यापारियों तक पहुंचना है, ताकि वह भी डिलीवरी देकर अपना फंसा हुआ पैसा निकाल सके. इस वजह से श्री राम के इस आयोजन ने व्यापारियों को एक बड़ी संजीवनी दे दी है.

वहीं गाजीपुर से माल लेने के लिए आए व्यापारी दिग्विजय का कहना है कि उनके पास इतनी ज्यादा डिमांड है कि वह एक दिन छोड़कर वाराणसी के होलसेल बाजार में आकर इन चीजों की खरीदारी कर रहे हैं. जिस तरह की डिमांड आ रही है, वैसी चीज खरीदने के लिए वह बनारस के बाजार में पहुंच रहे हैं.

यह भी पढ़ें : राममय अयोध्या: पग-पग पर राम और रामायण के निशान, जानिए कहां पर क्या है..

सोलर सिटी के रूप में विकसित हो रही रामनगरी, 42 पार्कों में लगाए गए सोलर ट्री प्लांट, पढ़िए डिटेल

वाराणसी के बाजार में राम-नाम के कपड़ों की धूम.

वाराणसी : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद तैयारियों में जुटा है. देश के कोने-कोने के अलावा विदेश से भी सामान मंगवाए जा रहे हैं. घर-घर प्रभु श्रीराम से जुड़े धार्मिक आयोजन कराने के साथ ही गली-मोहल्लों से शोभायात्रा, कलश यात्रा और बाइक रैली निकालने की भी तैयारी है. हर मंदिर में रामायण का पाठ करने के साथ ही भजन-कीर्तन की तैयारी है. घर-घर प्रभु श्री राम और सनातन धर्म से जुड़े गेरुआ रंग के झंडे लगाने के साथ ही लोगों का अभिवादन करने के लिए श्री राम नाम के दुपट्टे भी जुटाए जा रहे हैं. इन सबको लेकर काशी में बड़ा बाजार तैयार है. 26 जनवरी के मौके पर बिकने वाले तिरंगे के साथ ही इस बार श्री राम जन्मभूमि आयोजन से जुड़ी चीजें भी खूब बिक रहीं हैं. इनमें पटका, टोपी आदि शामिल हैं. इनकी डिमांड इतनी जबरदस्त है कि व्यापारी पुराने ऑर्डर में ही फंसकर रह गए हैं. वे नए ऑर्डर को अब मना करने लगे हैं.

राम नाम लिखे झंडों की ज्यादा डिमांड : वाराणसी के राजा दरवाजा इलाके में प्रभु श्री राम से जुड़ी तमाम चीजों का एक बड़ा बाजार सजकर तैयार है. यहां के व्यापारी परिमल गोयल बताते हैं कि हर वर्ष जनवरी के मौके पर वह तिरंगा झंडा और इससे जुड़ी तमाम चीजों का अच्छा खासा कारोबार करते थे, लेकिन इस बार नवंबर से ही उनके पास श्री राम जन्मभूमि स्थापना समारोह की वजह से बड़े ऑर्डर इससे जुड़ी चीजों के ही आ रहे हैं. इसमें छोटे झंडे से लेकर बड़े झंडे, यहां तक की इतने बड़े झंडे जो कम से कम एक बिल्डिंग की दो से तीन मंजिल को भी कवर कर दें, इनकी भी बिक्री हो रही है. इसके अलावा प्रभु हनुमान और प्रभु श्री राम की तस्वीरों के साथ ही जय श्री राम लिखे हुए झंडों की डिमांड जबरदस्त तरीके से है.

नेपाल से भी मिल रहे ऑर्डर : प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक के साथ ही राम मंदिर से जुड़े प्रिंट के झंडों की डिमांड भी अच्छी खासी है. इसके अलावा बाइक में लगाने के लिए बाइक स्टैंड वाले झंडे, गले में पहने जाने वाले दुपट्टे और पटके मंदिरों और सड़कों पर लगाए जाने वाली जय श्री राम की लड़ियां, टोपी, हाथों में पहनने वाले बैंड इन सब चीजों की जबरदस्त डिमांड है. परिमल बताते हैं कि नवंबर के महीने से ही उनके पास सिर्फ उत्तर प्रदेश या पूर्वांचल से ही नहीं बल्कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मेघालय, असम और यहां तक की नेपाल से बड़ा ऑर्डर आ रहा है.

सूरत से तैयार होकर आ रहे झंडे : लगातार व्यापारी हर रोज दुकान पर पहुंच कर अपने मन मुताबिक सामान ले रहे हैं. वाट्सएप के जरिए भी वह तमाम चीजों की तस्वीर व्यापारियों को भेज रहे हैं, इसके बाद उनके पास आर्डर आ रहे हैं. परिमल का कहना है कि लगभग एक करोड़ से ऊपर का यह बाजार इस बार राम मंदिर अनुष्ठान की वजह से तैयार हो गया है. व्यापारियों के पास ऑर्डर इतने ज्यादा हैं कि वह पुराने ऑर्डर पर ही अपना ध्यान लगाए हुए हैं. नए ऑर्डर पर काम ही नहीं कर पा रहे हैं. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि झंडे सूरत से तैयार होकर आते हैं. वहां भी कारोबारी के पास इतना ज्यादा काम है कि वह समय से डिमांड को पूरी नहीं कर पा रहे हैं. इसके कारण ऑर्डर देने के बाद भी माल तय समय पर नहीं मिल रहा है, 10 तारीख के बाद से वृहद आयोजन शुरू हो जाएगा. इसलिए उसके पहले ही यह सारा सामान व्यापारियों तक पहुंचना है, ताकि वह भी डिलीवरी देकर अपना फंसा हुआ पैसा निकाल सके. इस वजह से श्री राम के इस आयोजन ने व्यापारियों को एक बड़ी संजीवनी दे दी है.

वहीं गाजीपुर से माल लेने के लिए आए व्यापारी दिग्विजय का कहना है कि उनके पास इतनी ज्यादा डिमांड है कि वह एक दिन छोड़कर वाराणसी के होलसेल बाजार में आकर इन चीजों की खरीदारी कर रहे हैं. जिस तरह की डिमांड आ रही है, वैसी चीज खरीदने के लिए वह बनारस के बाजार में पहुंच रहे हैं.

यह भी पढ़ें : राममय अयोध्या: पग-पग पर राम और रामायण के निशान, जानिए कहां पर क्या है..

सोलर सिटी के रूप में विकसित हो रही रामनगरी, 42 पार्कों में लगाए गए सोलर ट्री प्लांट, पढ़िए डिटेल

Last Updated : Jan 10, 2024, 9:40 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.