वाराणसी: केंद्र सरकार एक तरफ जहां पूरे देश में 'फिट इंडिया' कैंपेन चला रही है, खेलों को प्रोत्साहन दे रही है, नवयुवकों को खेल के लिए जागरूक कर रही है. वहीं, पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र का राइफल क्लब तंगी का दर्द झेल रहा है.
बनारस का जाना माना राइफल क्लब जो हजारों प्रतिभावान निशानेबाजों की प्रतिभा को निखारता है. भारत को निशानेबाजी में स्वर्ण पदक दिलाने के सपने को साकार करता है. ऐसी ही कुछ उम्मीदें वाराणसी के नौजवानों की इस राइफल क्लब से हैं.
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मौजूदा समय में राइफल क्लब का खेल मैदान कम जंगल ज्यादा लगने लगा है. जहां न तो निशानेबाजों के लिए ढंग का मैदान है न ही टारगेट सेट करने के लिए जरूरी उपकरण उपलब्ध हैं. सुविधाओं के अभाव में उभरते निशानेबाजों को न सिर्फ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि उनका खेल भी काफी प्रभावित हो रहा है.
क्लब में सुविधाएं बहुत कम हैं. मैदान में चारों तरफ घास ही घास है. प्रैक्टिस के लिए गोली नहीं होती हैं. टारगेट सेट करने में परेशानी होती है.
-आकाशदीप सिंह, शूटरजितनी सुविधाओं में हम सब खेल रहे हैं. उसमें जीतना तो क्या टिक पाना भी असंभव है. धूप और पानी से बचने के लिए यहां कोई सुविधा नहीं है.
-पूजा चौरसिया, महिला शूटर
हाल ही में क्लब का निरीक्षण किया गया है. वहां जो समस्याएं हैं, उनका समाधान जल्द किया जाएगा.
-सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी