ETV Bharat / state

काशी के गंगा घाटों पर गूंजा नारा 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' - नमामि गंगे मिशन

वाराणसी के राजघाट पर नमामि गंगे मिशन के कार्यकर्ताओं ने सफाई अभियान चलाया गया. इसके तहत मिशन के कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ साफ-सफाई की, बल्कि लोगों को कोरोना वायरस समेत कई बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता बरतने का संदेश भी दिया.

Varanasi news
नमामि गंगे मिशन के कार्यकर्ताओं ने घाटों पर फैली गंदगी को साफ किया.
author img

By

Published : Oct 11, 2020, 1:22 PM IST

वाराणसी: राजघाट पर नमामि गंगे मिशन के सदस्यों की ओर से रविवार को स्वच्छता अभियान चलाया गया. इसके तहत गंगा तट पर फैले कचरे को उठाकर साफ किया गया. साथ ही एकत्रित कचरे को कूड़ेदान में भरकर हटाया. घाटों पर जमी मिट्टी और सिल्ट की भी सफाई की गई. गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के दौरान घाटों पर बड़ी मात्रा में गंदगी फैल गई थी. इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. जिसे देखते हुए नमामि गंगे टीम ने अभियान चलाकर गंगा घाटों की सफाई की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक भी किया.

कोरोना के प्रति जागरूकता के लिए लगाए नारे

नमामि गंगे के सदस्यों ने लाउडस्पीकर के माध्यम से गंगा घाटों के अलावा घाट जुड़ी गलियों एवं सड़कों पर घूम-घूम कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया. साथ ही कोरोना से बचाव के उपायों को लेकर भी लोगों को जागरुक किया. इस दौरान नमामि गंगे मिशन के सदस्यों ने 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' का नारा लगाया. साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, चेहरे पर मास्क लगाने और समय-समय पार हाथों को साबुन से धोने या सैनिटाइज करने की अपील की.

साफ-सफाई के अभाव में फैलती हैं बीमारियां

मिशन संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि साफ-सफाई को संस्कार के रूप में अपनाया जाना चाहिए. हमें अपने घर के साथ ही आस-पास भी सफाई का ख्याल रखना होगा. साफ-सफाई के अभाव और प्रदूषण के चलते कोरोना, कैंसर, मलेरिया, वायरल और डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. अधिकतर लोग प्लास्टिक का सामान गंगा में फेंक देते हैं. इससे पेयजल प्रदूषित होता है. इसको लेकर ही अभियान चलाया गया.

वाराणसी: राजघाट पर नमामि गंगे मिशन के सदस्यों की ओर से रविवार को स्वच्छता अभियान चलाया गया. इसके तहत गंगा तट पर फैले कचरे को उठाकर साफ किया गया. साथ ही एकत्रित कचरे को कूड़ेदान में भरकर हटाया. घाटों पर जमी मिट्टी और सिल्ट की भी सफाई की गई. गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के दौरान घाटों पर बड़ी मात्रा में गंदगी फैल गई थी. इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. जिसे देखते हुए नमामि गंगे टीम ने अभियान चलाकर गंगा घाटों की सफाई की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक भी किया.

कोरोना के प्रति जागरूकता के लिए लगाए नारे

नमामि गंगे के सदस्यों ने लाउडस्पीकर के माध्यम से गंगा घाटों के अलावा घाट जुड़ी गलियों एवं सड़कों पर घूम-घूम कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया. साथ ही कोरोना से बचाव के उपायों को लेकर भी लोगों को जागरुक किया. इस दौरान नमामि गंगे मिशन के सदस्यों ने 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' का नारा लगाया. साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, चेहरे पर मास्क लगाने और समय-समय पार हाथों को साबुन से धोने या सैनिटाइज करने की अपील की.

साफ-सफाई के अभाव में फैलती हैं बीमारियां

मिशन संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि साफ-सफाई को संस्कार के रूप में अपनाया जाना चाहिए. हमें अपने घर के साथ ही आस-पास भी सफाई का ख्याल रखना होगा. साफ-सफाई के अभाव और प्रदूषण के चलते कोरोना, कैंसर, मलेरिया, वायरल और डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. अधिकतर लोग प्लास्टिक का सामान गंगा में फेंक देते हैं. इससे पेयजल प्रदूषित होता है. इसको लेकर ही अभियान चलाया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.