वाराणसी: लॉकडाउन के दौरान बंद पड़े विमान घरेलू विमान सेवाओं को 25 मई से प्रारंभ कर दिया गया, लेकिन यात्रियों की कमी के चलते विमानन कंपनियां परेशान नजर आ रही हैं. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च से 24 मई तक विमान सेवाओं का संचालन पूरी तरह से बंद था. विमान सेवा प्रारंभ होने के बाद पहले दिन ही वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में कमी देखने को मिली थी.
यात्रियों की संख्या कम है, जिसके चलते विमानों की अधिकतर सीटें खाली रह जा रही हैं. अनुमान यह लगाया जा रहा है कि जब तक पर्यटकों का आवागमन नहीं होगा, मंदिरों और पर्यटन से जुड़े स्थानों में आने-जाने की इजाजत नहीं मिलती है, तब तक विमान यात्रियों की संख्या इसी तरह बनी रहेगी.
19 यात्री जयपुर तो 24 यात्री गए दिल्ली
घरेलू विमान यात्रा प्रारंभ होने के चौथे दिन गुरूवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर कुल 1419 यात्रियों का आवागमन हुआ. जिसमें दिल्ली‚ अहमदाबाद‚ बेंगलूरू‚ मुंबई और जयपुर से 8 विमानों से 1034 यात्री वाराणसी आए. वहीं इन्हीं शहरों के लिये वाराणसी से 385 यात्रियों ने प्रस्थान किया. जिसमें जयपुर जाने वाले एक विमान से मात्र 19 यात्री जयपुर गए, तो दिल्ली जाने वाले एक विमान से मात्र 24 यात्री दिल्ली गए.
यात्रियों की संख्या बढ़ाने में जुटा एयरपोर्ट प्रशासन
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा विमान यात्रियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है और हवाई यात्रा कितनी सुरक्षित है, उसका प्रचार प्रसार किया जा रहा है. यात्रियों के बयान और सुरक्षा जांच की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर लोगों को बताया जा रहा है कि हवाई यात्रा काफी सुरक्षित है.
वाराणसी एयरपोर्ट के निदेशक आकाशदीप माथुर ने बताया कि विमान यात्रियों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है. वाराणसी आने वाले यात्रियों की संख्या तो काफी हद तक ठीक है, लेकिन जाने वाले यात्रियों की संख्या बहुत कम है. यात्रियों को सोशल मीडिया तथा अन्य तरीके से जागरूक किया जा रहा है, जिससे यात्रियों की संख्या बढ़ सके.