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ज्ञानवापी विवाद : अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के खिलाफ केस दर्ज करने की उठी मांग

ज्ञानवापी प्रकरण में शुक्रवार को कोर्ट में एक और प्रार्थना पत्र दिया गया है. प्रार्थना पत्र में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मां की गई है.

ज्ञानवापी विवाद
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Published : Jun 3, 2022, 10:14 PM IST

वाराणसी : ज्ञानवापी प्रकरण में शुक्रवार को कोर्ट में एक और प्रार्थना पत्र दिया गया है. जिसमें अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मां की गई है. यह प्रार्थना पत्र शुक्रवार को स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में प्रार्थना दिया गया.

अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह ने यह प्रार्थना पत्र कोर्ट में दाखिल किया है. इस प्रार्थना पत्र कोर्ट शनिवार को सुनवाई करेगा. अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह ने अदालत में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156-3 के तहत प्रार्थना पत्र दिया है. प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद में जहां शिवलिंग मिला है, वहां लोग हाथ-पैर धोते थे. हाथ-पैर धोने वालों को यह भली-भांति पता था कि वहां शिवलिंग है.

विश्व वैदिक सनातन संघ ने लिखा पत्र
विश्व वैदिक सनातन संघ ने लिखा पत्र

अदालत द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद सभी वहां हाथ-पैर धोने की जिद पर अड़े रहे. इसके चलते उनकी और असंख्य सनातन धर्मियों की धार्मिक भावना आहत हुई है. इसलिए ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी एसएम यासीन व कमेटी के अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए. अधिवक्ता का प्रार्थना पत्र कार्यवाही के योग्य है या नहीं, कोर्ट इस पर शनिवार यानी 4 जून विचार करेगी.

गौरतलब है कि ज्ञानवपी सर्वे के लीक हुए वीडियो-फोटो के संबंध में CBI जांच कराने के लिए विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने प्रदेश और केंद्र सरकार को पत्र भेजा है. जितेंद्र सिंह विसेन ने प्रदेश और केंद्र सरकार को 7 पेज का शिकायती पत्र भेजा है. उन्होंने कहा है कि गंभीर साजिश के तहत ज्ञानवापी परिसर के सर्वे से संबंधित वीडियो और फोटो को लीक किया गया है.
ऐसा करके राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ही सांप्रदायिक सद्भाव को खतरे में डालने का प्रयास किया गया. इसलिए ज्ञानवापी परिसर के सर्वे से जुड़े एक-एक व्यक्ति की सीबीआई जांच हो. ताकि, पता चल सके कि सर्वे के फुटेज कैसे लीक हुए हैं. जितेंद्र सिहं विसेन ने कहा कि वह सीबीआई जांच में सरकार का पूरा सहयोग करेंगे.

इसे पढ़ें- कानपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा में चले पत्थर और पेट्रोल बम, अखिलेश यादव ने सरकार पर उठाए सवाल

वाराणसी : ज्ञानवापी प्रकरण में शुक्रवार को कोर्ट में एक और प्रार्थना पत्र दिया गया है. जिसमें अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मां की गई है. यह प्रार्थना पत्र शुक्रवार को स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में प्रार्थना दिया गया.

अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह ने यह प्रार्थना पत्र कोर्ट में दाखिल किया है. इस प्रार्थना पत्र कोर्ट शनिवार को सुनवाई करेगा. अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह ने अदालत में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156-3 के तहत प्रार्थना पत्र दिया है. प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद में जहां शिवलिंग मिला है, वहां लोग हाथ-पैर धोते थे. हाथ-पैर धोने वालों को यह भली-भांति पता था कि वहां शिवलिंग है.

विश्व वैदिक सनातन संघ ने लिखा पत्र
विश्व वैदिक सनातन संघ ने लिखा पत्र

अदालत द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद सभी वहां हाथ-पैर धोने की जिद पर अड़े रहे. इसके चलते उनकी और असंख्य सनातन धर्मियों की धार्मिक भावना आहत हुई है. इसलिए ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी एसएम यासीन व कमेटी के अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए. अधिवक्ता का प्रार्थना पत्र कार्यवाही के योग्य है या नहीं, कोर्ट इस पर शनिवार यानी 4 जून विचार करेगी.

गौरतलब है कि ज्ञानवपी सर्वे के लीक हुए वीडियो-फोटो के संबंध में CBI जांच कराने के लिए विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने प्रदेश और केंद्र सरकार को पत्र भेजा है. जितेंद्र सिंह विसेन ने प्रदेश और केंद्र सरकार को 7 पेज का शिकायती पत्र भेजा है. उन्होंने कहा है कि गंभीर साजिश के तहत ज्ञानवापी परिसर के सर्वे से संबंधित वीडियो और फोटो को लीक किया गया है.
ऐसा करके राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ही सांप्रदायिक सद्भाव को खतरे में डालने का प्रयास किया गया. इसलिए ज्ञानवापी परिसर के सर्वे से जुड़े एक-एक व्यक्ति की सीबीआई जांच हो. ताकि, पता चल सके कि सर्वे के फुटेज कैसे लीक हुए हैं. जितेंद्र सिहं विसेन ने कहा कि वह सीबीआई जांच में सरकार का पूरा सहयोग करेंगे.

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