वाराणसीः पूरे विश्व में बनारसी कचौड़ी और जलेबी की स्वाद मशहूर है. इस स्वाद को काशी के शिवभक्त पिछले 22 सालों से अमरनाथ यात्रियों तक पहुंचा रहे हैं. इस बार भी 1 जुलाई से शुरू होने वाले अमरनाथ यात्रा में इस परंपरा का निर्वाह किया जाएगा. कश्मीर के चंदनवाड़ी में श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति की तरफ से एक माह से अधिक दिनों तक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए पहलगाम के रास्ते के पहले पड़ाव चंदनवाड़ी पर कैम्प लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. अमरनाथ जाने वाले शिवभक्तों के लिए कैम्प में नाश्ते से लेकर खाने तक की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही यहां भक्तों के रुकने की भी व्यवस्था की होगी.
आयोजक दिलीप सिंह ने बताया कि इस भंडारे में शिवभक्तों के लिए अलग-अलग प्रसिद्ध खाने के साथ ही प्रसिद्ध बनारसी के बेहद मशहूर व्यंजनों को भी शामिल किया जाता हैं, जो कि बिल्कुल निशुल्क होता है. इन व्यंजनों में बनारसी कचौड़ी, जलेबी भी शामिल रहती है, जिसका शिवभक्त बड़े ही उत्साह के साथ सेवन करते हैं.
सेवादारों का पहला जत्था पहुंचाः अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होने वाली है. श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति चंदनबाड़ी में विशाला भंडारा के आयोजन के लिए सेवादारों का जत्था 17 जून को वहां पहुंच गया है. बीते 22 साल से सेवा समिति श्रद्धालुओं के लिए भंडारा और कैंप की व्यवस्था कर रहा है. इस कैंप में एकसाथ 300 लोग रह सकेंगे. भंडारे के लिए सेवा समिति से चार जत्थे रवाना होंगे.
40 दिन तक चलेगा शिविरः समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह ऊर्फ बंटी ने बताया कि शिविर के लिए पहला सेवादारों का जत्था पहुंच गया है. लगभग 40 दिन तक चलने वाले शिविर के संचालन के लिए काशी से 26 जून को युवाओं और सेवादारों का दूसरा जत्था भी पहुंच जाएगा. 27 जून को वाराणसी से तीसरा और चौथा जत्था 20 जुलाई को चंदनबाड़ी रवाना होगा. जत्थे में शामिल युवा लक्सा से निकलने वाली मोटर साइकिल रैली में शामिल होंगे. रैली लक्सा, गोदौलिया, बांसफाटक, चौक, मैदागिन, लहराबीर होते हुए वाराणसी कैंट स्टेशन पर पहुंचेगी. कैंट स्टेशन से दल पंजाब मेल जलियांवाला एक्सप्रेस से अमृतसर पहुंचेगा.
शिविर में यात्रियों के लिए व्यवस्थाः उन्होंने बताया कि शिविर में यात्रियों की सुविधा के लिए कम्बल, जूता, मोजा, मास्क, टोपी, स्वेटर, साल भी उपलब्ध रहेगा. चंदन बाड़ी के उक्त कैम्प में लगभग 300 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था भी रहेगी. भंडारे में श्रद्धालुओं को बनारसी कचौड़ी, जलेबी संग ठंडाई और पान भी उपलब्ध कराया जाएगा. भंडारा स्थल से पवित्र अमरनाथ गुफा की यात्रा 36 किलोमीटर शेष रहती है.
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