वाराणसी: साईं बाबा को भगवान मानना गलत है. एक बार फिर साईं बाबा का मामला देश में बढ़ रहा है. कहीं साईं बाबा के समर्थन में बागेश्वर धाम का लोग विरोध कर रहे हैं. तो वहीं काशी का संत समाज और अखिल भारतीय संत समिति ने धीरेन्द्र शास्त्री का समर्थन किया है. किसी भी इंसान को भगवान मानना गलत बताया है. काशी के संत महात्माओं ने शुरू से साईं बाबा को भगवान मानने का विरोध किया है.
वहीं, स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा अखिल भारतीय संत समिति का साईं बाबा प्रकरण में सिर्फ इतना ही मानना है. देश के किसी भी संत, फकीर, साधु से हमें कोई आपत्ति नहीं है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कुछ गलत नहीं कहा है. गुरु रूप में संत रूप में गुरुत्व रूप में किसी की पूजा करना आराधना करना गलत नहीं है. किसी को भी हम भगवान के समकक्ष बैठा दें. यह ठीक प्रवृत्ति नहीं है.
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने आगे कहा कि इसका चलन देश में बढ़ता जा रहा है. जिसको स्वीकार नहीं किया जा सकता है. शंकराचार्य स्व स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जब तक जीवित थे. उन्होंने साईं बाबा को भगवान नहीं माना. उन्होंने भी इस बात को कहा था कि साईं भगवान नहीं. लेकिन लोगों में उनकी श्रद्धा है. गौरतलब है कि आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने साईं बाबा को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं हो सकता. साईं बाबा संत और फकीर तो हो सकते हैं, भगवान नहीं हो सकते हैं.
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