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झूठी और वादाखिलाफी करने वाली पार्टी है भाजपा: अखिलेश यादव

वाराणसी में माघ पूर्णिमा के दिन शनिवार को संत रविदास की 644वीं जयंती हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जा रही है. देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग दर्शन करने के लिए इस मंदिर में आते हैं. आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं के साथ संत रविदास मंदिर पहुंचे.

सपा राष्ट्र्रीय अध्यक्ष पहुंचे सीरगोवर्धनपुर संत रविदास मंदिर
सपा राष्ट्र्रीय अध्यक्ष पहुंचे सीरगोवर्धनपुर संत रविदास मंदिर
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Published : Feb 27, 2021, 6:32 PM IST

Updated : Feb 27, 2021, 10:11 PM IST

वाराणसी : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वाराणसी में पत्रकार वार्ता करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. भारतीय जनता पार्टी को झूठी और वादाखिलाफी करने वाली पार्टी करार दिया. कहा कि बीजेपी अपने घोषणा पत्र, संकल्प पत्र पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है. सिर्फ दूसरे के कामों को कैसे अपना बनाया जाए, इस पर ध्यान दिया जा रहा है. वे शनिवार को माघ पूर्णिमा पर संत रविदास मंदिर में दर्शन पूजन करने आए थे.

देखें वीडियो

चाचा शिवपाल का किया समर्थन

अखिलेश यादव ने आज बनारस में बड़ा एलान भी किया. 2022 में अखिलेश के चाचा शिवपाल के सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात का अखिलेश ने समर्थन किया. अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के समाजवादी पार्टी में वापस आने के सवाल पर कहा कि जो भी छोटे दल हमारे साथ आकर चुनाव लड़ना चाहते हैं, मैं उनका स्वागत करता हूं. वह साथ हैं.

यह भी पढ़ें : ज्ञानवापी मामले में आज सुनवाई टली, जानिए क्यों

इटावा सफारी से शेरों को ले जाने पर उठाया सवाल

अखिलेश यादव ने जिस तरह से पत्रकार वार्ता में योगी सरकार पर हमला बोला, वह यह साफ दर्शाता है कि 2022 को लेकर अखिलेश कोई कोर कसर छोड़ने के मूड में नहीं हैं. इस दौरान अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई सवाल भी किए. उन्होंने इटावा में सपा शासन काल में बनाई गई सफारी में रखे गए शेरों को गोरखपुर के चिड़ियाघर में ले जाने पर भी सवाल उठाया. कहा कि योगी सरकार ने सपा सरकार में शुरू हुई सफारी को शुरू ही नहीं होने दिया. हमारे मुख्यमंत्री जी सफारी और चिड़ियाघर में अंतर ही नहीं जानते. शेर पिंजरे में नहीं खुले जंगल में रहता है. यह मुख्यमंत्री जी को पता होना चाहिए.

बीजेपी कर रही नफरत की राजनीति

अखिलेश यादव ने महिला सुरक्षा पर भी कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के मामले में योगी सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है. कहा कि हमारी पहचान हमारी एकता है. यह हमारे देश और समाज की खूबसूरती है कि हम इतनी जाति-धर्म के साथ अनेकानेक परंपराओं को मानने वाले भी एक साथ रहते हैं. कहा कि भारत के लोगों के बीच आज सबसे ज्यादा नफरत फैलाने का काम भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं.

सिर्फ झूठी बातें करती है भाजपा

अखिलेश यादव ने कहा कि इस बजट में एक बार भी 5 ट्रिलियन इकोनामी की बात नहीं हुई. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी मिस्ड कॉल की परंपरा निभाती है. सदस्य बनाने के लिए मिस्ड कॉल करने के लिए कहती है. ऐसी व्यवस्था लागू हो ताकि किसान मित्र कॉल कर अपने एमएसपी की जानकारी ले सकें. इससे उनकी आय दुगनी हो सकेगी. लगातार अर्थव्यवस्था गिर रही है. इन्वेस्टमेंट के नाम पर सिर्फ 5000 करोड़ के एमओयू हुए हैं. लेकिन इन्वेस्टमेंट नहीं हुआ. डिफेंस कॉरिडोर का सपना दिखाकर उसे भी अधूरा छोड़ा गया. किसान आंदोलन में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे लादे गए.

पत्रकारों को बता दिया कांग्रेसी

अनिल यादव के सपा से इस्तीफा देने के सवाल पर अखिलेश यादव ने पत्रकारों को कांग्रेसी बता दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं में छोटा-मोटा विवाद चलता है. समाजवादी पार्टी वाले नया-नया वाट्सएप सीखे हैं. आप लोग सपा के रास्ते पर चलिए, कांग्रेस और भाजपा के रास्ते पर मत जाइए. कांग्रेस जैसी साजिश मत करिए.

शिवपाल के स्वागत को सपा तैयार

अखिलेश यादव ने कांग्रेस से 2022 में होने वाले गठबंधन के सवाल पर कहा कि जो साथ 2017 में था, वह बनारस के बाद छूट गया. अब समाजवादी पार्टी बड़ी पार्टियों से गठबंधन नहीं करेगी. छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करेगी. चंद्रशेखर की तरफ से यह बात कहे जाने पर कि बुआ थक गई हैं, भतीजे आगे आएंगे के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि आने वाली पीढ़ी अब आगे आएगी. 2022 के किसी भी विजन को स्पष्ट करने से इनकार करते हुए कहा कि मैं जो कुछ बताऊंगा तो भारतीय जनता पार्टी उसे कॉपी कर लेगी.

यह भी पढ़ें : 28 फरवरी को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचेंगे मुख्यमंत्री योगी

क्योटो के नाम पर सिर्फ बने बेवकूफ

अखिलेश यादव ने बनारस में वोटों के सपने को लेकर इसे पूरा किए जाने के सवाल पर कहा कि सिर्फ बातें हुई हैं. असली क्योटो कौन-कौन गया है, उसे पता होगा कि क्योटो कौन सी जगह है और उसका महत्व क्या है. अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी की तरफ से 8 फेज में चुनाव को लेकर उठाए गए सवाल पर उनका समर्थन किया है. कहा कि ममता बनर्जी को यह भी सवाल उठाना चाहिए कि बूथ के अंदर एजेंट क्यों नहीं होगा. एजेंट होना अनिवार्य है. वहीं, अखिलेश यादव ने यूपी में बैठकर अपने कार्यकर्ताओं और देश की जनता से ममता बनर्जी का पूरा साथ देने की अपील की है.

संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया

माघ पूर्णिमा के दिन शनिवार को संत रविदास की 644वीं जयंती हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जा रही है. देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग दर्शन करने के लिए इस मंदिर में आते हैं. इस बार लगभग 20 हजार लोगों ने दर्शन किया. इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं के साथ संत रविदास मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया.

अखिलेश यादव ने संत शिरोमणि का लिया आशीर्वाद
संत रविदास मंदिर का दूसरा नाम स्वर्ण मंदिर भी

राजनीतिक पार्टियों और नेताओं के लिए संत रविदास मंदिर बहुत महत्वपूर्ण है. इसे दूसरा स्वर्ण मंदिर भी कहते हैं. यहां नरेंद्र मोदी से लेकर अरविंद केजरीवाल तक ने मत्था टेका है और राजनीति में अपने उज्ज्वल भविष्य की कामना की है. इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं के साथ संत रविदास मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया. लगभग 20 मिनट तक मंदिर प्रांगण में गुजारा. संत शिरोमणि का आशीर्वाद लेकर वापस चले गए.

संत रविदास की जयंती पर देशवासियों को बधाई: अखिलेश

इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संत रविदास की जयंती पर देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं. संत रविदास जी का जीवन त्याग का जीवन था. अपने जीवन में महाराज जी ने संदेश दिया कि लोगों को एक होकर जीना चाहिए. जीवनभर बुराइयों से लड़ते रहे. आज के समय में उनके द्वारा दिखाए गए रास्तों और सिद्धांतों पर चलने से देश और समाज आगे बढ़ सकता है. हमारे देश में गंगा-जमुनी तहजीब का हम सम्मान करते हैं. मैं धन्यवाद देना चाहता हूं कि संत रविदास को मानने वाले अनुयायियों ने मुझे यहां आने का मौका दिया.

वाराणसी : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वाराणसी में पत्रकार वार्ता करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. भारतीय जनता पार्टी को झूठी और वादाखिलाफी करने वाली पार्टी करार दिया. कहा कि बीजेपी अपने घोषणा पत्र, संकल्प पत्र पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है. सिर्फ दूसरे के कामों को कैसे अपना बनाया जाए, इस पर ध्यान दिया जा रहा है. वे शनिवार को माघ पूर्णिमा पर संत रविदास मंदिर में दर्शन पूजन करने आए थे.

देखें वीडियो

चाचा शिवपाल का किया समर्थन

अखिलेश यादव ने आज बनारस में बड़ा एलान भी किया. 2022 में अखिलेश के चाचा शिवपाल के सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात का अखिलेश ने समर्थन किया. अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के समाजवादी पार्टी में वापस आने के सवाल पर कहा कि जो भी छोटे दल हमारे साथ आकर चुनाव लड़ना चाहते हैं, मैं उनका स्वागत करता हूं. वह साथ हैं.

यह भी पढ़ें : ज्ञानवापी मामले में आज सुनवाई टली, जानिए क्यों

इटावा सफारी से शेरों को ले जाने पर उठाया सवाल

अखिलेश यादव ने जिस तरह से पत्रकार वार्ता में योगी सरकार पर हमला बोला, वह यह साफ दर्शाता है कि 2022 को लेकर अखिलेश कोई कोर कसर छोड़ने के मूड में नहीं हैं. इस दौरान अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई सवाल भी किए. उन्होंने इटावा में सपा शासन काल में बनाई गई सफारी में रखे गए शेरों को गोरखपुर के चिड़ियाघर में ले जाने पर भी सवाल उठाया. कहा कि योगी सरकार ने सपा सरकार में शुरू हुई सफारी को शुरू ही नहीं होने दिया. हमारे मुख्यमंत्री जी सफारी और चिड़ियाघर में अंतर ही नहीं जानते. शेर पिंजरे में नहीं खुले जंगल में रहता है. यह मुख्यमंत्री जी को पता होना चाहिए.

बीजेपी कर रही नफरत की राजनीति

अखिलेश यादव ने महिला सुरक्षा पर भी कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के मामले में योगी सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है. कहा कि हमारी पहचान हमारी एकता है. यह हमारे देश और समाज की खूबसूरती है कि हम इतनी जाति-धर्म के साथ अनेकानेक परंपराओं को मानने वाले भी एक साथ रहते हैं. कहा कि भारत के लोगों के बीच आज सबसे ज्यादा नफरत फैलाने का काम भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं.

सिर्फ झूठी बातें करती है भाजपा

अखिलेश यादव ने कहा कि इस बजट में एक बार भी 5 ट्रिलियन इकोनामी की बात नहीं हुई. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी मिस्ड कॉल की परंपरा निभाती है. सदस्य बनाने के लिए मिस्ड कॉल करने के लिए कहती है. ऐसी व्यवस्था लागू हो ताकि किसान मित्र कॉल कर अपने एमएसपी की जानकारी ले सकें. इससे उनकी आय दुगनी हो सकेगी. लगातार अर्थव्यवस्था गिर रही है. इन्वेस्टमेंट के नाम पर सिर्फ 5000 करोड़ के एमओयू हुए हैं. लेकिन इन्वेस्टमेंट नहीं हुआ. डिफेंस कॉरिडोर का सपना दिखाकर उसे भी अधूरा छोड़ा गया. किसान आंदोलन में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे लादे गए.

पत्रकारों को बता दिया कांग्रेसी

अनिल यादव के सपा से इस्तीफा देने के सवाल पर अखिलेश यादव ने पत्रकारों को कांग्रेसी बता दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं में छोटा-मोटा विवाद चलता है. समाजवादी पार्टी वाले नया-नया वाट्सएप सीखे हैं. आप लोग सपा के रास्ते पर चलिए, कांग्रेस और भाजपा के रास्ते पर मत जाइए. कांग्रेस जैसी साजिश मत करिए.

शिवपाल के स्वागत को सपा तैयार

अखिलेश यादव ने कांग्रेस से 2022 में होने वाले गठबंधन के सवाल पर कहा कि जो साथ 2017 में था, वह बनारस के बाद छूट गया. अब समाजवादी पार्टी बड़ी पार्टियों से गठबंधन नहीं करेगी. छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करेगी. चंद्रशेखर की तरफ से यह बात कहे जाने पर कि बुआ थक गई हैं, भतीजे आगे आएंगे के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि आने वाली पीढ़ी अब आगे आएगी. 2022 के किसी भी विजन को स्पष्ट करने से इनकार करते हुए कहा कि मैं जो कुछ बताऊंगा तो भारतीय जनता पार्टी उसे कॉपी कर लेगी.

यह भी पढ़ें : 28 फरवरी को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचेंगे मुख्यमंत्री योगी

क्योटो के नाम पर सिर्फ बने बेवकूफ

अखिलेश यादव ने बनारस में वोटों के सपने को लेकर इसे पूरा किए जाने के सवाल पर कहा कि सिर्फ बातें हुई हैं. असली क्योटो कौन-कौन गया है, उसे पता होगा कि क्योटो कौन सी जगह है और उसका महत्व क्या है. अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी की तरफ से 8 फेज में चुनाव को लेकर उठाए गए सवाल पर उनका समर्थन किया है. कहा कि ममता बनर्जी को यह भी सवाल उठाना चाहिए कि बूथ के अंदर एजेंट क्यों नहीं होगा. एजेंट होना अनिवार्य है. वहीं, अखिलेश यादव ने यूपी में बैठकर अपने कार्यकर्ताओं और देश की जनता से ममता बनर्जी का पूरा साथ देने की अपील की है.

संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया

माघ पूर्णिमा के दिन शनिवार को संत रविदास की 644वीं जयंती हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जा रही है. देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग दर्शन करने के लिए इस मंदिर में आते हैं. इस बार लगभग 20 हजार लोगों ने दर्शन किया. इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं के साथ संत रविदास मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया.

अखिलेश यादव ने संत शिरोमणि का लिया आशीर्वाद
संत रविदास मंदिर का दूसरा नाम स्वर्ण मंदिर भी

राजनीतिक पार्टियों और नेताओं के लिए संत रविदास मंदिर बहुत महत्वपूर्ण है. इसे दूसरा स्वर्ण मंदिर भी कहते हैं. यहां नरेंद्र मोदी से लेकर अरविंद केजरीवाल तक ने मत्था टेका है और राजनीति में अपने उज्ज्वल भविष्य की कामना की है. इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं के साथ संत रविदास मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया. लगभग 20 मिनट तक मंदिर प्रांगण में गुजारा. संत शिरोमणि का आशीर्वाद लेकर वापस चले गए.

संत रविदास की जयंती पर देशवासियों को बधाई: अखिलेश

इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संत रविदास की जयंती पर देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं. संत रविदास जी का जीवन त्याग का जीवन था. अपने जीवन में महाराज जी ने संदेश दिया कि लोगों को एक होकर जीना चाहिए. जीवनभर बुराइयों से लड़ते रहे. आज के समय में उनके द्वारा दिखाए गए रास्तों और सिद्धांतों पर चलने से देश और समाज आगे बढ़ सकता है. हमारे देश में गंगा-जमुनी तहजीब का हम सम्मान करते हैं. मैं धन्यवाद देना चाहता हूं कि संत रविदास को मानने वाले अनुयायियों ने मुझे यहां आने का मौका दिया.

Last Updated : Feb 27, 2021, 10:11 PM IST
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