वाराणसी: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव वाराणसी में हैं. शुक्रवार को वाराणसी में दर्शन पूजन किया इसके बाद अखिलेश बनारस का स्वाद चखने के लिए निकल पड़े. इसी के साथ अखिलेश का चाय वाले से रेसिपी पूछने का वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस दौरान अखिलेश ने बनारस के स्वाद के खूब चटकारे लिए.
शुक्रवार सुबह काशी विश्वनाथ के दर्शन और पूजा करने के बाद अखिलेश यादव एक बार फिर बनारस का स्वाद तलाशने के लिए निकल पड़े. बनारसी स्वाद लेने के लिए अखिलेश ने सबसे पहले पप्पू की चाय की दुकान से नींबू वाली मसाला चाय का स्वाद चखा. इसके बाद अखिलेश यादव उस गली में घुस गए जहां पर हर दुकान पर बिकने वाली मिठाई, कचौड़ी, जलेबी और लस्सी का स्वाद बनारसिया स्वाद के रूप में जाना जाता है. घूम-घूम कर यहां का स्वाद चखने के लिए अखिलेश यादव ने अपनी गाड़ी छोड़ी दी और अपने काफिले के साथ पैदल ही बनारस की गलियों की तरफ बढ़ने लगे.
अखिलेश यादव ने सबसे पहले ठठेरी बाजार का रूख किया. जो बनारस के पुराने पक्के महाल के रूप में जाना जाता है. शहर दक्षिणी विधानसभा में विश्वनाथ मंदिर एरिया के नजदीक ही है और इस गली को पीतल के बर्तन, बनारसी साड़ी की दुकानों, ज्वेलरी और खानपान के लिए जाना जाता है. फेमस मिठाई की दुकानों की कतार इस गली में मिलती है.
अखिलेश यादव जैसे ही अंदर घुसे सबसे पहले पहुंच गए राजाराम की प्रसिद्ध लस्सी की दुकान पर लस्सी का लुफ्त उठाया. बनारस की लस्सी की जायके की तारीफ के बाद अखिलेश यादव आगे बढ़े और राम भंडार में मिलने वाली शुद्ध देसी घी से बनी खस्ता कचौड़ी और जलेबी का आनंद लिया. कचौड़ी खाकर अखिलेश बोले, इसीलिए बनारस की सुबह प्रसिद्ध है.
कचौड़ी का स्वाद लेने के बाद अखिलेश अपने काफिले के साथ बनारस के प्रसिद्ध सत्यनारायण मिष्ठान भंडार पर रुके और यहां मिलने वाले प्रसिद्ध मालपुए और खीरमोहन का स्वाद चखा. अखिलेश यादव लगातार बनारस में लोगों से मिल रहे हैं और पैदल गलियों की सैर कर रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच उनका यह फूडी अंदाज लोगों को खासा पसंद आ रहा है. क्योंकि, इससे पहले लोगों ने कभी भी अखिलेश को इस अंदाज में नहीं देखा. अचानक से उनका बनारस की गलियों में घूम घूम कर खाना-पीना लोगों से मिलना निश्चित तौर पर कई बड़े संकेत दे रहा है.