उन्नाव: योगी सरकार में मत्स्य मंत्री संजय निषाद अपने बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में रहते हैं. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर मंत्री निषाद का दिया बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसको लेकर भगदड़ में अपनों को खोये लोगों ने अपत्ति जताई. संवेदनशील घटना पर मंत्री के बयान पर सवाल भी उठने लगे. जिसके बाद अब संजय निषाद सफाई दे रहे हैं. शुक्रवार को उन्नाव से अपनी संवैधानिक यात्रा की शुरुआत करने के दौरान एक बार फिर मीडियाकर्मियों ने उनसे बयान पर प्रतिक्रिया मांग लिया.
मंत्री संजय निषाद ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. वायरल वीडियो में उनकी ओर से ये कहा गया था कि "बड़े कार्यक्रम में छोटी-छोटी घटनाएं हो जाया करती हैं." लेकिन उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि, ये बयान उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर दिया था. उन्हें पूरी घटना की जानकारी नहीं थी.
भगदड़ में मरे लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए मंत्री निषाद ने कहा कि "मैं पेसे से डॉक्टर हूं और मुझे अच्छी तरह पता है कि किस तरह से सांत्वना दी जाती है. इस घटना के बाद हमारी सबसे पहली प्राथमिकता थी कि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जाए. हम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए थे ताकि घटना और बड़ी न हो सके.
संजय निषाद ने बताया कि भगदड़ मामले की न्यायिक जांच के लिए आयोग का गठन कर दिया गया है और जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक इस घटना पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा.
वहीं मंत्री संजय निषाद ने मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव 2014 से लगातार साइकिल चला रहे हैं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही है. जब वे सत्ता में होते हैं, तो उन्हें पिछड़े वर्ग के लोग नजर नहीं आते, केवल एक खास वर्ग दिखाई देता है.
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