वाराणसीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है. लिहाजा तमाम राजनीतिक पार्टियों में हिंदू और हिंदुत्व को लेकर बयानबाजी जारी है. इसे लेकर अखिल भारतीय संत समिति, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, श्री काशी विश्वनाथ परिषद पूरे उत्तर प्रदेश में 13 स्थानों पर संत सम्मेलन का आयोजन करेगा. सम्मेलन में देशभर के धर्मगुरु, महात्मा और संत समाज के लोग जुड़ेंगे. 11 जनवरी से फरवरी तक यह संत सम्मेलन प्रदेश के 13 स्थानों पर आयोजित होगा. भगवा रंग और समाज पर लगातार हो रहे नेताओं के भाषण का जवाब देने के लिए संत समाज यह आयोजन करेगा.
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अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हमें राजनेताओं के दलीय प्रतिबद्धता पर कोई आपत्ति नहीं है, मगर जिस प्रकार से हिंदू और हिंदुत्व के एक रंगा कपड़ा भगवा के लिए गलत भाषा प्रयोग की जा रही है, वह राजनीति में सही नहीं है. उन्होंने कहा कि राजनीति के चक्कर में हिंदू समाज और साधु-संतों को गाली देना सर्वथा गलत है. हम यह बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं. हम सभी ने मिलकर यह तय किया है कि संयुक्त रूप से उत्तर प्रदेश के अंदर काशी, वृंदावन, प्रयागराज, चित्रकूट, ब्रजघाट, शुक्रताल, देवरिया समेत 13 स्थानों पर संत सम्मेलन का आयोजन करेंगे.
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