वाराणसी : 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले एक बार फिर से बनारस सियासी युद्ध का मैदान बनने के लिए तैयार है. 10 अक्टूबर को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनावी बिगुल फूंककर अन्य राजनैतिक दलों में हलचल पैदा कर दी है. सबसे ज्यादा बेचैन केंद्र और प्रदेश की सत्ता में काबिज बीजेपी है. क्योंकि अचानक से कांग्रेस का सक्रिय होना और प्रियंका का बनारस में रैली करना, यह संकेत दे रहा है कि कहीं ना कहीं कांग्रेस अपनी खोई जमीन को पाने के लिए अब पूरे जी-जान से जुट गई है. शायद यही वजह है कि खुद इस सियासी समर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूदने की तैयारी कर ली है. प्रियंका गांधी की रैली के बाद अब बनारस में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में 25 या 27 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल जनसभा होने जा रही है.
देंगे हजारों करोड़ की योजनाओं की सौगात
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में आ सकते हैं. फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर भेजे गए प्लान के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 25 अक्टूबर या फिर 27 अक्टूबर के बनारस आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. अभी प्रधानमंत्री कार्यालय से कंफर्मेशन मिलना बाकी है, लेकिन बीजेपी ने अपने स्तर पर तैयारियों को अमली जामा पहनाने की प्लानिंग शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री को बनारस में दीपावली से पहले काशी को 5 हजार 300 करोड़ रुपए की 32 परियोजनाओं की सौगात देनी है. इनमें 300 करोड़ रुपए की हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के एलपीजी के मॉडलिंग प्लांट के शिलान्यास के अलावा 32 परियोजनाएं शामिल हैं.
बड़े-बड़े नाम जुटे प्लानिंग में
ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री सीधे वाराणसी के राजातालाब, यानी रोहनिया विधानसभा क्षेत्र के मेहंदी गंज इलाके में रिंग रोड के पास जनसभा कर सकते हैं. हालांकि अभी कार्यक्रम स्थल कंफर्म नहीं हुआ है, क्योंकि प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गए प्रस्ताव पर अब तक सहमति नहीं दी गई है. दूसरी तरफ पार्टी के पदाधिकारी बनारस में बैठकों का दौर शुरू कर चुके हैं. इस पूरे बैठक की कमान खुद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा, काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव, बीजेपी के एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, समेत अन्य बड़े पार्टी पदाधिकारियों ने संभाल रखी है. सबसे बड़ी बात यह है कि प्रधानमंत्री की इस जनसभा में बाहर से भीड़ ना आए और लोकल स्तर पर ही लोगों को जुटाने का फैसला है. जिले की आठों विधानसभा की सीटों पर मौजूद वोटर व पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की भीड़ को जुटाकर, प्रियंका गांधी की रैली का जवाब देने की तैयारी बीजेपी ने की है.
भीड़ जुटाने को यह है बीजेपी का मास्टर प्लान
प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में प्रियंका की रैली से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है. इसके तहत भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को वाराणसी में सबसे पहले बैठक की. इसमें पार्टी पदाधिकारियों के साथ जिले के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को शामिल किया गया. इसके बाद पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक, पार्षद, पूर्व पार्षद, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख समेत वार्ड लेवल पर बनाए गए अध्यक्ष और सदस्यों को भी बैठकों में शामिल किया गया. सबसे बड़ी बात यह है कि प्रधानमंत्री की रैली से पहले प्रतिदिन दो विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के पदाधिकारियों की मौजूदगी में बैठक करने की तैयारी की गई है.
इस बैठक में जनसभा में भीड़ कैसे जुटाई जाए, ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को सभा स्थल तक कैसे ले जाया जाए, इस पर रणनीति बनाई जाएगी. प्रधानमंत्री की रैली को सुपर डुपर हिट करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों के साथ लखनऊ स्तर पर पूरी निगरानी की जा रही है. यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की जनसभा में कोविड-19 के कम होते असर के बाद पहली बार एक लाख से भी ज्यादा की भीड़ जुटाई जाएगी और यह पूरी भीड़ लोकल स्तर पर होगी. पार्टी के पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेस की जनसभा में भीड़ भले बाहर से आई थी, लेकिन प्रधानमंत्री की जनसभा में बीजेपी के कामों से प्रभावित होकर लोग खुद बड़ी संख्या में पहुंचते हैं और इस बार की भीड़ हर पार्टी के लिए जवाब होगी कि बीजेपी के कामों से जनता बेहद खुश है.
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यह पीएम मोदी के दौरे का प्रस्तावित प्लान
फिलहाल प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के मद्देनजर ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी ढाई घंटे तक वाराणसी में रहेंगे. दोपहर लगभग 11:00 बजे के बाद प्रधानमंत्री का उड़न खटोला सीधे बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेगा और यहां से सड़क मार्ग से प्रधानमंत्री मोदी रिंग रोड से होते हुए, राजातालाब मेहंदीगंज में आयोजित जनसभा स्थल पर पहुंचेंगे. यहां पर 32 परियोजनाओं की सौगात देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिद्धार्थनगर के लिए रवाना होंगे. इन बड़ी परियोजनाओं में शहर में तीन मल्टी लेवल पार्किंग, शहंशाहपुर में तैयार किया गया बायोगैस प्लांट, कोनिया घाट पुल, कालिकाधाम पुल, वाराणसी कैंट, पढ़ाओ रोड सहित कई परियोजनाएं शामिल हैं.