वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में महामारी के दौरान परीक्षा कराए जाने के विरोध में चल रहे सत्याग्रह को छात्र नीरज राय ने समाप्त कर दिया. 13 अगस्त से बीएचयू के छात्र ने संघ भवन में सत्याग्रह शुरू किया था. छात्र ने 26 दिन पूरा होने के बाद सत्याग्रह को समाप्त कर दिया. छात्र ने कहा कि बीएचयू के छात्र विश्वविद्यालयों में परीक्षा न कराए जाने की मांग करेंगे, सत्याग्रह करेंगे. ये कई छात्र संघ और छात्र इकाई से संपर्क में है.
26 दिन से चल रहे सांकेतिक धरने को छात्र नीरज राय ने समाप्त कर दिया है. छात्रों ने छात्र अधिष्ठाता महेंद्र कुमार सिंह को कुलपति के नाम ज्ञापन दिया. जहां विभिन्न कॉलेजों विश्वविद्यालयों के छात्र और छात्र संगठन के प्रतिनिधि मौजूद थे. छात्र के सत्याग्रह पर बैठने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी प्रवेश परीक्षा महामारी की गाइडलाइन के तहत कराया. छात्र ने कहा कि हमें विभिन्न छात्र इकाई एवं छात्र संगठनों का सहयोग और समर्थन प्राप्त है, जिसमें जेएनयू विश्वविद्यालय, एनएसयूआई, विद्यापीठ छात्रसंघ, यूपी कॉलेज छात्र संघ शामिल है.
नीरज राय ने बताया कि वह 13 अगस्त से लगातार 26 दिन पूरे सत्याग्रह पर बैठे रहे. सरकार वैश्विक महामारी के दौर में लगातार परीक्षाएं करा रही है, जो छात्र और उनके परिजन के हित में नहीं है. इसकी वजह से बहुत से छात्र परीक्षा से वंचित रह गए. हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा. हम छात्रसंघ भवन के धरने को समाप्त कर रहे हैं. इसके बाद हम विभिन्न छात्र संगठनों, विभिन्न विश्वविद्यालयों में जाकर छात्रों से इस बात को कहेंगे और अपना आंदोलन जारी रखेंगे.