वाराणसी: बलिया जिले के चर्चित खाद्यान्न घोटाले के आरोपी ग्राम प्रधान चंद्रकांत तिवारी को आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) की वाराणसी इकाई ने रविवार को बलिया से गिरफ्तार कर लिया. चंद्रकांत बैरिया थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव का निवासी है. उसके खिलाफ बैरिया थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदम दर्ज कराया गया है.
EOW के इंस्पेक्टर सुनील वर्मा ने बताया कि बलिया जिले में वर्ष 2002 और 2005 के मध्य केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश शासन द्वारा सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना कार्यक्रम चलाया गया था. इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीण परिवारों में अति निर्धन, गरीब, बाल श्रमिकों के माता-पिता को रोजगार देकर खाद्यान्न और नकद धनराशि का भुगतान किया जाना था. वहीं, सरकार और उत्तर प्रदेश शासन द्वारा चलाए गए सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना कार्यक्रम में गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा सह आरोपियों से मिलकर धोखाधड़ी और कूटरचित अभिलेखों द्वारा खाद्यान्न और शासकीय धन का बंदरबांट किया गया है. वहीं, इस प्रकरण में ईओडब्ल्यू की वाराणसी ईकाई के जांचकर्ता निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा और मुख्य आरक्षी रामाश्रय सिंह, आरक्षी सरफराज अंसारी द्वारा आरोपी ग्राम प्रधान चंद्रकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया. अन्य की तलाश जारी है.
मामले की जांच में पाया गया कि गिरफ्तार तत्कालीन ग्राम प्रधान चंद्रकांत तिवारी द्वारा सह आरोपियों से मिलकर वर्ष 2002 से 2005 के दौरान बैरिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत गोपालपुर में ग्राम पंचायत अंश से विभिन्न परियोजनाओं में मिट्टी भराई, नाली निर्माण, खडंजा, पटरी मरम्मत, सम्पर्क मार्ग, सीसी और पुलिया निर्माण आदि कार्याें में अनियमितता और आपराधिक कृत्य किया गया. इनके द्वारा पेमेंट आर्डर, मस्टररोल में कूटरचना कर मजदूरों के फर्जी हस्ताक्षर के साथ मस्टररोल में फर्जी मजदूरों के नाम, पता अंकित करते हुए फर्जी अंगूठे के निशान बनाए. वहीं गिरफ्तार आरोपी को भ्रष्टाचार कोर्ट वाराणसी में पेश किया गया. वहीं, प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
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