वाराणसी: नवोदय विद्यालयों को सैनिक स्कूल में तब्दील किए जाने के मामले में सरकार के खिलाफ विरोध तेज हो गया है. बुधवार तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इसके खिलाफ मैदान में उतरा आया. सरकार के इस फैसले के खिलाफ मुखर होकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मुख्य द्वार पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. एबीवीपी ने जल्द से जल्द केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव वापस लेने के लिए कहा है.
100 सैनिक स्कूल खोलने का प्रावधान
दरअसल, केंद्र सरकार ने देश भर में 100 सैनिक स्कूल खोलने का प्रावधान किया है. लेकिन, सरकार ने सैनिक स्कूल खोलने के स्थान पर सस्ती और गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए विख्यात कुछ नवोदय विद्यालयों को ही सैनिक स्कूल में परिवर्तन करने का प्रस्ताव लेकर आई. केंद्रीय बजट 2021 में 100 नए सैनिक स्कूल (पीपीपी मोड) से खोलने की घोषणा की गई है. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार इस प्रस्ताव को वापस ले.
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एबीवीपी प्रदेश मंत्री साक्षी सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने नवोदय स्कूलों को सैनिक स्कूलों में परिवर्तन करने का गलत फैसला किया है. नवोदय विश्वविद्यालय की परिकल्पना सैनिक स्कूल से अलग है. नवोदय अपनी सस्ती और गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए विश्व विख्यात है. ये मध्यवर्गीय परिवारों के लिए एक उम्मीद की किरण है. इस स्थिति में केंद्र सरकार को तत्काल यह प्रस्ताव वापस लेना चाहिए.