वाराणसी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बीएचयू में स्थायी कुलपति की नियुक्ति का मुद्दा उठाया है. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है. पत्र में बीएचयू में जल्द से जल्द स्थायी कुलपति की नियुक्ति की मांग की गई है.
पीएम और शिक्षा मंत्री को भी भेजी कॉपी
अभय प्रताप सिंह ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में बताया है कि बीएचयू में 28 मार्च 2021 को कुलपति का कार्यकाल खत्म होने के बाद अब तक स्थायी कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पाई है. लंबे समय तक कुलपति की नियुक्ति का न होना, विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विकास और संचालन में बाधक बन सकता है. वर्तमान में कोरोना काल में भी विश्वविद्यालय के चिकित्सकीय सुविधाओं की पूर्ति सहित अन्य कार्यो के लिए स्थायी कुलपति की नियुक्ति की अत्यंत आवश्यकता है. अभय ने पत्र की कॉपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को भी भेजी है.
विश्वविद्यालय का इतिहास
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) देश के शीर्ष एवं प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है. बीएचयू एशिया का सबसे बड़ा आवासीय विश्वविद्यालय भी है. 1,360 एकड़ में स्थित मुख्य परिसर एवं 2,750 एकड़ के बड़े क्षेत्रफल में फैला दक्षिणी परिसर है. देश के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा ग्रहण करने का एक महत्वपूर्ण केंद्र बीएचयू को माना जाता है. 12 संकायों, 6 संस्थानों एवं 140 विभागों से सुसज्जित यह विश्वविद्यालय लगभग 32,000 छात्र-छात्राओं के शिक्षा का केंद्र है. इस विश्वविद्यालय में न सिर्फ विभिन्न विषयों से संबंधित संकाय हैं, बल्कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान एवं चिकित्सा विज्ञान संस्थान जैसे महत्वपूर्ण संस्थान भी हैं. जो वर्तमान समय में देश को उन्नति प्रदान कर रहे हैं.