वाराणसीः चीन द्वारा की गई नापाक हरकत का विरोध पूरे भारत में हो रहा है. कहीं पर चीनी वस्तुओं का बहिष्कार किया जा रहा है, तो कहीं पर चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन कर विरोध किया जा रहा है. जनता सरकार से जवानों की शहादत का बदला लेने की मांग कर रही है. इसी क्रम में वाराणसी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मैदागिन चौराहे पर चीन के राष्ट्रपति का पोस्टर और झंडा जलाकर विरोध जताया. इसी के साथ ही शहीदों को नमन कर गोलम्बर पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चीन के प्रति अपना रोष प्रकट किया और भारतीय सैनिकों के साहस को सलाम किया. शुभम पाठक ने कहा कि हम सभी इस विषय में राजनीतिक रोटी सेंक रहे लोगों एवं दलों से अपील कर रहे हैं कि यह समय अंतर्कलह के विषयों में उलझने का नहीं है. बल्कि सामूहिक शक्ति के रूप में खड़े होने का है. आज हम सभी को मिलकर एक स्वर में अपनी आवाज बुलंद करनी होगी.
इसी क्रम में महानगर मंत्री कुंवर ज्ञानेंद्र ने कहा कि चीनी सैनिकों से गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की झड़प हुई. इसमें शहीद हुए कर्नल सन्तोष बाबू सहित भारत मां के सभी 19 वीर सपूतों को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी महानगर के कार्यकर्ताओं द्वारा आज श्रद्धांजलि दी गयी. प्रत्येक नागरिक भारत की अखंडता और संप्रभुता के लिए कटिबद्ध है. हम हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे. इसके लिए देश का युवा और पूरी जनता देश के वीर जवानों के साथ खड़ी है. चीनी सामानों का बहिष्कार करना ही देश के उन वीर शहीदों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी.