मेरठ: बीते दिन यूपी के मेरठ जनपद के मंगल पांडेनगर स्थित केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) कार्यालय पर सीबीआई ने रेड मारी थी. रेड में सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए कार चालक को पकड़ा था. वह सीजीएसटी के अधिकारी की निजी गाड़ी चलाता था. इस मामले में अब सीबीआई की तरफ से बड़ा खुलासा किया गया है. बताया गया है कि सीजीएसटी के अधीक्षक और निरीक्षक के कहने पर ही कार चालक को ये रिश्वत की रकम दी गई थी.
सीबीआई ने सीजीएसटी दफ्तर के अधीक्षक आफताब सिंह, निरीक्षक विकास सिंह के खिलाफ रिश्वत लेने का मुकदमा दर्ज किया है. दोनों अधिकारियों ने एक होम केयर सॉल्यूशन फर्म में कथित अनियमितताएं दिखाकर मालिक अनिल राघव से रिश्वत मांगी थी.
मामले में पीड़ित व्यापारी अनिल राघव ने बताया कि जनवरी में उनकी फर्म के खरीद-बिक्री बिल जमा करने पर अधिकारियों ने गड़बड़ी का हवाला देकर रुपए की मांग की थी. अधिकारी से बातचीत के बाद 2 लाख रुपए की राशि तय हुई, जिसकी पहली किस्त एक लाख रुपए तय की गई. राघव ने इसकी शिकायत सीबीआई अधिकारियों से कर दी.
शिकायत पर सीबीआई की टीम ने जाल बिछाया और बुधवार को कार्रवाई की. जब राघव पैसे देने पहुंचे, तो अधीक्षक आफताब ने अपने ड्राइवर सचिन को रिश्वत लेने के लिए भेजा. सीबीआई ने सचिन को एक लाख रुपए लेते गिरफ्तार कर लिया.
इस दौरान आफताब और विकास सिंह पीछे के रास्ते से फरार हो गए और अपने मोबाइल भी बंद कर लिए. सीबीआई ने आरोपी अधिकारियों के घरों पर छापेमारी की, लेकिन वे नहीं मिले. जांच एजेंसी ने अब दोनों अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश जारी है.
सीबीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक मामले में 11 फरवरी 2025 को केंद्रीय माल और सेवा कर (सीजीएसटी) मेरठ के अधीक्षक और एक निरीक्षक सहित दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. आरोप लगाया गया था कि आरोपियों ने 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. शिकायतकर्ता से उसकी फर्म के बिक्री और खरीद बिलों में विसंगति के लिए 2 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया.
सीबीआई टीम ने मंगल पांडेनगर स्थित केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) कार्यालय पर छापा मारकर कार चालक सचिन कुमार को हिरासत में लेकर सीजीएसटी के गेस्ट हाउस में पूछताछ की थी. सीबीआई अभी उन अफसरों तक नहीं पहुंच पाई है जिन्होंने शिकायतकर्ता से ये रकम कार चालक को रिश्वत के तौर पर देने के लिए कहा था. हालांकि, उनके नाम अब उजागर हो गए हैं. सीजीएसटी दफ्तर के अधीक्षक आफताब सिंह, निरीक्षक विकास सिंह ने यह रिश्वत मांगी थी.
बता दें कि मेरठ में सीजीएसटी के दो कार्यालय आसपास में ही हैं. गौर करने वाली बात यह है कि सीबीआई टीम सीजीएसटी के पहले कार्यालय में पहुंच गई थी, जबकि उन्हें जाना था दूसरे कार्यालय. इसके बाद वहां हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई थी. सीबीआई आने की सूचना सीजीएसटी के दो अधिकारियों को हो गई थी, जिसके बाद वे मौका पाकर वहां से भाग गए थे.
सीबीआई की तरफ से जानकारी साझा की गई है कि शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए चालक को पकड़ा था. उसने यह भी स्वीकार किया है कि वह संबंधित फरार अधिकारी का ड्राइवर है. सीबीआई द्वारा मेरठ में आरोपी के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप कई संपत्तियों में निवेश से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं और नकदी भी बरामद हुई है.