वाराणसी : काशी विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में 40 दिन के बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई. बच्चे का कई दिनों से इलाज चल रहा था. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में हंगामा किया. परिवार ने कार्रवाई की गुहार लगाई है. प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने मामले काे शांत कराया. इसके बाद परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई.
बच्चे के रिश्तेदार राहुल यादव लकी ने बताया कि 23 मार्च को बच्चे काे सर सुंदरलाल अस्पताल के बाल रोग विभाग में भर्ती कराया गया था. 13 दिनों से उसका इलाज चल रहा था. परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्चा सोमवार की रात स्वस्थ था. परिवार के लोग एक-दो दिन में डिस्चार्ज कराकर घर ले जाने वाले थे. रात में अचानक से नर्स ने दवा लिखी. दवा को बाहर के एक मेडिकल स्टोर से लाने के लिए कहा. उसके बाद बच्चे को ये इंजेक्शन लगा दिया गया. थोड़ी देर बाद ही उसकी तबीयत खराब हो गयी. देर रात लगभग 2 बजे उसकी मौत हो गयी.
परिजनों ने मेडिकल स्टोर संचालक पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. परिवार का कहना है कि लंका थाने में शिकायत दर्ज कराई है. हम न्याय की उम्मीद करते हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल के अंदर मेडिकल स्टोर की सुविधा है लेकिन उसके बावजूद बाहर की दुकान से दवा मंगाई गई. तबीयत खराब होने के बाद गुजारिश करने पर भी अस्पताल के किसी डॉक्टर व स्टाफ में बच्चे को नहीं देखा.
मौके पर मौजूद राहुल यादव लकी ने बताया कि, हम अस्पताल प्रशासन के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. अस्पताल की दलाली व गलत दवा के कारण बच्चे की मौत हुई. अस्पताल में 7 मेडिकल हैं, उसके बावजूद भी बाहर से दवा मंगाई गई. वहीं अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके गुप्ता ने बताया कि हमारे पास शिकायत आई है. मामले की जांच कराई जा रही है. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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