वाराणसी: बदलते सामाजिक परिवेश के साथ ही भविष्य में पानी की होने वाली किल्लत को दृष्टिगत रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जल संरक्षण और जल बर्बादी रोकने की दिशा में बहुत से प्रयास किए हैं. पानी की बर्बादी न हो इसके लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर कई योजनाओं का भी संचालन कर रही है, लेकिन इन सबसे परे आज काशी यानी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ही उनके जल संरक्षण के साथ ही पानी की बर्बादी को रोके जाने के सपने को तार-तार किया गया.
सर्किट हाउस से पुलिस लाइन तक आने वाली सड़क और वाराणसी पुलिस लाइन जहां से मुख्यमंत्री को हेलीकॉप्टर से रवाना होना था. वहां सड़कों की बदहाल हालत की वजह से उड़ रही धूल को दबाने के लिए 4000 लीटर से ज्यादा पानी की बर्बादी की गई.
पढ़ें- योगी सरकार का सिक्योरिटी प्लान, अयोध्या की गलियों में घूमेंगे एटीएस कमांडो
दरअसल वाराणसी की हालत हाल ही में हुई बरसात के बाद बेहद खराब है. सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे होने की वजह से पूरी सड़कें खराब पड़ी हैं. जिसकी वजह से दिन-रात बनारस के लोगों को धूल का सामना करना पड़ रहा है. इसी धूल को दबाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से जलकल विभाग को पानी का टैंकर लगाकर सर्किट हाउस से पुलिस लाइन तक और फिर पुलिस लाइन मैदान में चारों तरफ पानी का छिड़काव करने के लिए कहा गया था.
पढ़ें- आज काशी पहुंचेंगे अमित शाह, बीएचयू छावनी में तब्दील
इसके लिए जलकल विभाग के कर्मचारी वाटर टैंकर लेकर पूरे रास्ते पानी का छिड़काव करते हुए पुलिस लाइन पहुंचे. हेलीपैड के आसपास मैदान में धूल को दबाने के लिए जमकर पानी बहाया गया, जब जलकल के कर्मचारी से ईटीवी भारत के संवाददाता ने पूछा तो उसने कहा हम तो कर्मचारी हैं, जो आदेश मिलेगा उसका पालन करेंगे, लेकिन यह बात सोचने वाली है कि जो मंत्री मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए जल संरक्षण की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उनकी अगवानी के लिए सड़कों और मैदान को साफ सुथरा दिखाने के उद्देश्य से हजारों लीटर पानी बहाकर उसे बर्बाद किया जा रहा है.