वाराणसी: काशी विश्वनाथ के मंदिर के विस्तारीकरण का काम जोर-शोर से आगे बढ़ रहा है. मंदिर कॉरिडोर निर्माण के लिए गुजरात की कंपनी का टेंडर फाइनल हो गया है. इस दिशा में सबसे पहला काम कॉरीडोर में तोड़े गए मकानों के अंदर छुपे मंदिरों के बाहर आने के बाद इन मंदिरों को संरक्षित करने को लेकर शुरू होने जा रहा है.
प्राचीन मंदिरों का होगा संरक्षण
काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ ही विस्तारीकरण सुंदरीकरण परियोजना में खरीदे गए भवनों के ध्वस्तीकरण के बाद मिले 30 से अधिक प्राचीन मंदिरों के संरक्षण का कार्य मंदिर न्यास जल्द कराएगा. न्यास की ओर से देशभर में प्राचीन धरोहरों को संरक्षित करने वाली कंपनियों को आमंत्रित कर यह कार्य कराया जाएगा. यह कार्य की पुरातत्व विभाग के अधिकारी और मंदिर न्यास के अधिकारियों की निगरानी में होगा.
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मंदिरों को पुराने रूप में वापस लाने का खाका तैयार
रुड़की से आए एक्सपर्ट की टीम ने इस संदर्भ में सर्वे कर इन मंदिरों को पुराने रूप में वापस लाने का खाका तैयार करके दिया है और जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होगा. मंदिर अपने पुराने रूप में लौटेंगे इसके साथ ही इनकी 3डी मैपिंग भी कराई जाएगी, जिससे यह मंदिर भविष्य में कैसे देखेंगे और किस रूप में होंगे उसका प्लान पहले से ही लोगों के सामने रखा जाएगा.