वाराणसी: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया है. इस फैसले के बाद से केंद्र सरकार कश्मीर में शांति व्यवस्था बनाए रखना चाहती है. इसके मद्देनजर कश्मीर की जेलों में बंद अलगाववादी और आतंकवादी बंदियों को उत्तर प्रदेश की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है.
30 बंदियों को लाया गया वाराणसी
सोमवार की शाम वायु सेना के स्पेशल विमान से कश्मीर की जेल में बंद 30 बंदियों को वाराणसी लेकर आया गया. भारी सुरक्षा के बीच लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इनको वज्र वाहन और बंदी वाहन में लेकर सेंट्रल जेल पहुंचाया गया. जहां सुरक्षा के बीच इन्हें जिलाधिकारी, एसएसपी और अन्य आला अधिकारियों की मौजूदगी में सेंट्रल जेल के अंदर दाखिल करवाने की कार्रवाई देर रात तक पूरी की गई.
नेशनल सिक्योरिटी के चलते नहीं दी कोई जानकारी
सेंट्रल जेल से बाहर निकले अधिकारियों से जब बात करने की कोशिश की गई तो जिलाधिकारी और एसएसपी में इसे नेशनल सिक्योरिटी से जुड़ा मामला बताकर किसी भी जानकारी को साझा करने से इनकार कर दिया. वहीं जेल सूत्रों का कहना है कि इन सभी कश्मीरी बंदियों को सेंट्रल जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. यह सब कश्मीर में सुरक्षा के मद्देनजर अपनाया जा रहा है. पकड़े गए लोगों पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.
आपको बता दें कि इससे पहले से वाराणसी जेल में पाकिस्तानी कैदी के अलावा कुछ नक्सली हाई सिक्योरिटी बैरक में थे, लेकिन कश्मीरी बंदियों को यहां लाए जाने की सूचना पर इन सभी को प्रदेश की दूसरी जेलों में शिफ्ट किया गया और अब हाई सिक्योरिटी बैरक में इन कश्मीरी बंदियों को रखा गया है.
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