वाराणसीः आधुनिक तकनीकी की खेती के गुण को सिखाने के साथ उन्नत किस्म के बीजों को किसानों तक उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार एक नई योजना का संचालन कर रही है. इस नई योजना के तहत अब वाराणसी में 3 हाईटेक नर्सरी (Varanasi Hitech Nursery ) बनाई जा रही है. इन नर्सरी में जहां किसानों को उच्च स्तर के फल व सब्जियों के बीज उपलब्ध होंगे. वहीं, इसकी देखरेख स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जाएगा.
वाराणसी में राज्य सरकार के द्वारा 3 हाईटेक नर्सरी को बनाए जाने की योजना है. जिसके कार्य की शुरुआत हो गई है. इन नर्सरी में अलग-अलग किस्म के फल, सब्जी, औषधि व अनाज की उपज होगी. इसके साथ ही आधुनिक तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा. जिससे कम समय में पौधों को उपजाया जा सके. साथ ही किसानों तक उन्नत किस्म के बीजों को उपलब्ध कराया जा सके. इसके साथ ही इस हाईटेक नर्सरी का रख रखाव स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जाएगा.
शहर के शहंशाहपूर सब्जी अनुसंधान केंद्र (Shahenshahpur Vegetable Research Center) में नर्सरी को तैयार किया जा रहा है. लगभग 400 करोड़ की लागत से नर्सरी बन रही है. आगामी 5 महीने में यह बन करके तैयार हो जाएंगी. इन नर्सरी के बाबत मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल (Chief Development Officer Himanshu Nagpal) बताते हैं कि किसानों को उन्नत किस्म की सब्जी व फलों के बीज के लिए अनुसंधान केंद्र में नर्सरी को तैयार किया जा रहा है. यह नर्सरी पूरी तरीके से आधुनिक होगी. उन्होंने बताया कि, मनरेगा की ओर से किया जाएगा. इस नर्सरी में कुछ कच्चे काम भी होंगे. उसके बाद इन महिलाओं के द्वारा सब्जियों के बीजों का उत्पादन भी किया जाएगा और यह किसानों को बेहद कम दामों पर उपलब्ध होगा. जिससे शहर में किसानों के उत्पादन को और बढ़ाया जा सकेगा.
बता दें कि हाईटेक नर्सरी में मानकों के अनुरूप हर सुविधा की व्यवस्था होगी. इजराइल की तकनीक के अनुसार यह तैयार किया जाएगा. इसके साथ ही इसमें हर वर्ष 12 से 16 लाख शाक, भाजी, फलाहार औषधि पौधों का उत्पादन किया जाएगा. इसके साथ ही नर्सरी में नेट हाउस, हाइटेक ग्रीन हाउस और सिंचाई सुविधा इत्यादि की उपलब्धता होगी.