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बनारस से पहली बार दोहा भेजी गईं 2500 किलो से ज्यादा हरी सब्जियां - लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा

वाराणसी से पहली बार 2500 किलो से ज्यादा हरी सब्जियां भेजी गई हैं. पूर्वांचल के अलग-अलग किसानों की यह सब्जियां एपीडा के सहयोग से भेजी गई हैं.

हरी सब्जियां
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Published : Jun 17, 2022, 10:23 PM IST

वाराणसी: पूर्वांचल से हरी सब्जियों की खेत लगातार विदेशों को भेजी जा रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को 2500 किलो से ज्यादा हरी सब्जियां पहली बार दोहा भेजी गई हैं. वाराणसी एयरपोर्ट से अच्छी पैकिंग के बाद सब्जियों को एपीडा के सहयोग से पूर्वांचल के अलग-अलग किसानों ने तैयार करके भेजा है. दिल्ली से यह सब्जियां सीधे दोहा के लिए भेजी जाएंगी.

एपीडा के एजीएम डॉक्टर सीबी सिंह ने बताया कि वाराणसी 7 जिलों से युक्त पूवांचल क्षेत्र का प्रवेश द्वार है. यह तेजी से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात का केंद्र बनता जा रहा है. लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क निकासी और ठंडे कमरे की सुविधा की स्थापना ने धार्मिक शहर से निर्यात की सहायता की, जिसमें किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के एक मजबूत नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ है. वाराणसी से दोहा को 3-5 टन मिश्रित सब्जियों की खेप निर्यात की गई है. वाराणसी से दोहा को निर्यात की जाने वाली मिक्स सब्जी की पहली खेप थी.
एपीडा-वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय सरकार भारत सरकार नियमित रूप से पूर्वांचल को कृषि निर्यात हब के रूप में बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास कर रही है.

डॉक्टर सीबी सिंह ने बताया कि निर्यातक के रूप में एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए एपीडा द्वारा सभी आवश्यक समन्वय और आवश्यकताओं का अनुपालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वाराणसी से दोहा के लिए सीधी उड़ान नहीं है, वर्तमान खेप नई दिल्ली के माध्यम से भेजी गई है. इंडिगो एयरलाइन उक्त शिपमेंट को उठाने के लिए आगे आई है. उन्होंने बताया कि हमें और एयरलाइंस की जरूरत है. एयरइंडिया, एयर विस्तारा आदि ट्रांस-शिपमेंट बॉन्ड के लिए आगे आएंगे, जो पूर्वांचल क्षेत्र से कृषि निर्यात व्यापार को बढ़ावा देगा.

इसे भी पढ़ें-मध्यांचल एमडी बोले, उपभोक्ताओं से संवाद कर करेंगे समस्या का समाधान

डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि निर्यात बेहतर मूल्य प्राप्ति और निर्यात के अवसर सुनिश्चित करते हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहले बुनियादी ढांचा लगभग नदारद था. एफपीओ ने संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और यूनाइटेड किंगडम को आम, फल और सब्जियों के निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. कतर पूर्वांचल के कृषि निर्यातक के लिए एक नए उभरते बाजार के रूप में सामने आया है. वर्तमान में, वाराणसी हवाई अड्डे से खाड़ी देशों को औसतन लगभग 3-5 टन मिश्रित सब्जियों और फलों का प्रतिदिन निर्यात किया जा रहा है. पूर्वांचल के कई जिलों से पिछले 10 महीनों में लगभग 50,000 टन से अधिक अनाज, फल और सब्जियां नेपाल, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और कतर को निर्यात की गई हैं.

वाराणसी: पूर्वांचल से हरी सब्जियों की खेत लगातार विदेशों को भेजी जा रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को 2500 किलो से ज्यादा हरी सब्जियां पहली बार दोहा भेजी गई हैं. वाराणसी एयरपोर्ट से अच्छी पैकिंग के बाद सब्जियों को एपीडा के सहयोग से पूर्वांचल के अलग-अलग किसानों ने तैयार करके भेजा है. दिल्ली से यह सब्जियां सीधे दोहा के लिए भेजी जाएंगी.

एपीडा के एजीएम डॉक्टर सीबी सिंह ने बताया कि वाराणसी 7 जिलों से युक्त पूवांचल क्षेत्र का प्रवेश द्वार है. यह तेजी से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात का केंद्र बनता जा रहा है. लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क निकासी और ठंडे कमरे की सुविधा की स्थापना ने धार्मिक शहर से निर्यात की सहायता की, जिसमें किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के एक मजबूत नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ है. वाराणसी से दोहा को 3-5 टन मिश्रित सब्जियों की खेप निर्यात की गई है. वाराणसी से दोहा को निर्यात की जाने वाली मिक्स सब्जी की पहली खेप थी.
एपीडा-वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय सरकार भारत सरकार नियमित रूप से पूर्वांचल को कृषि निर्यात हब के रूप में बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास कर रही है.

डॉक्टर सीबी सिंह ने बताया कि निर्यातक के रूप में एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए एपीडा द्वारा सभी आवश्यक समन्वय और आवश्यकताओं का अनुपालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वाराणसी से दोहा के लिए सीधी उड़ान नहीं है, वर्तमान खेप नई दिल्ली के माध्यम से भेजी गई है. इंडिगो एयरलाइन उक्त शिपमेंट को उठाने के लिए आगे आई है. उन्होंने बताया कि हमें और एयरलाइंस की जरूरत है. एयरइंडिया, एयर विस्तारा आदि ट्रांस-शिपमेंट बॉन्ड के लिए आगे आएंगे, जो पूर्वांचल क्षेत्र से कृषि निर्यात व्यापार को बढ़ावा देगा.

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डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि निर्यात बेहतर मूल्य प्राप्ति और निर्यात के अवसर सुनिश्चित करते हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहले बुनियादी ढांचा लगभग नदारद था. एफपीओ ने संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और यूनाइटेड किंगडम को आम, फल और सब्जियों के निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. कतर पूर्वांचल के कृषि निर्यातक के लिए एक नए उभरते बाजार के रूप में सामने आया है. वर्तमान में, वाराणसी हवाई अड्डे से खाड़ी देशों को औसतन लगभग 3-5 टन मिश्रित सब्जियों और फलों का प्रतिदिन निर्यात किया जा रहा है. पूर्वांचल के कई जिलों से पिछले 10 महीनों में लगभग 50,000 टन से अधिक अनाज, फल और सब्जियां नेपाल, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और कतर को निर्यात की गई हैं.

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