ETV Bharat / state

वाराणसीः BHU में खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता को लेकर दस दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय में खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता को लेकर 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यशाला में देश के विभिन्न विद्यालय व वैज्ञानिकों ने भाग लिया

etv bharat
खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन.
author img

By

Published : Jan 23, 2020, 7:26 PM IST

वाराणसीः जनपद के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 22 जनवरी को 10 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस कार्यशाला का आयोजन कृषि विज्ञान संस्थान के दूध विज्ञान, खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग और भारतीय कृषि अनुसंधान की ओर किया जा रहा है. 22 जनवरी से 30 जनवरी तक चलने वाली इस कार्यशाला में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उनकी गंभीरता के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा.

खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन.
शिक्षण पाठ्यक्रम कार्यशाला का आयोजन
जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित शिक्षण पाठ्यक्रम कार्यशाला का एकमात्र उद्देश्य यह कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उनकी गंभीरता से कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह और मोटापा आदि में योगदान पर जोड़ दिया जाए. आज की जीवनशैली में गंभीर बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को क्रियात्मक खाद्य पदार्थ और कृषि उत्पादों से न्यूट्रास्यूटिकल्स कम किया जा सकता है. इस कार्यशाला में देश के विभिन्न विद्यालय व वैज्ञानिकों ने भाग लिया.

इसे भी पढ़ें- झांसी: मूंगफली बेचने के लिए मंडी के सामने किसानों की भीड़, कई दिनों से कर रहे इंतजार

फूड में फंक्शनल न्यूट्रास्यूटिकल्स को करे ऐड
खाद्य एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष दिनेश चंद्र राय इस कार्यशाला में वैज्ञानिक और असिस्टेंट प्रोफेसर को ट्रेनिंग दे रहे है. उन्होंने बताया कि फूड में फंक्शनल न्यूट्रास्यूटिकल्स को ऐड कर खाद्य पदार्थों के माध्यम से बीमारियों की लड़ने से क्षमता को बढ़ाएं.

अध्यक्ष दिनेश चंद्र राय ने बताया कि ऐसा फूड बना दे, जिसको खाने से बीपी और शुगर कंट्रोल में रहे और डाइजेशन मेंटेन रहे. खाद्य पदार्थों में औषधि का प्रयोग करके खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया.

वाराणसीः जनपद के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 22 जनवरी को 10 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस कार्यशाला का आयोजन कृषि विज्ञान संस्थान के दूध विज्ञान, खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग और भारतीय कृषि अनुसंधान की ओर किया जा रहा है. 22 जनवरी से 30 जनवरी तक चलने वाली इस कार्यशाला में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उनकी गंभीरता के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा.

खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन.
शिक्षण पाठ्यक्रम कार्यशाला का आयोजन
जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित शिक्षण पाठ्यक्रम कार्यशाला का एकमात्र उद्देश्य यह कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उनकी गंभीरता से कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह और मोटापा आदि में योगदान पर जोड़ दिया जाए. आज की जीवनशैली में गंभीर बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को क्रियात्मक खाद्य पदार्थ और कृषि उत्पादों से न्यूट्रास्यूटिकल्स कम किया जा सकता है. इस कार्यशाला में देश के विभिन्न विद्यालय व वैज्ञानिकों ने भाग लिया.

इसे भी पढ़ें- झांसी: मूंगफली बेचने के लिए मंडी के सामने किसानों की भीड़, कई दिनों से कर रहे इंतजार

फूड में फंक्शनल न्यूट्रास्यूटिकल्स को करे ऐड
खाद्य एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष दिनेश चंद्र राय इस कार्यशाला में वैज्ञानिक और असिस्टेंट प्रोफेसर को ट्रेनिंग दे रहे है. उन्होंने बताया कि फूड में फंक्शनल न्यूट्रास्यूटिकल्स को ऐड कर खाद्य पदार्थों के माध्यम से बीमारियों की लड़ने से क्षमता को बढ़ाएं.

अध्यक्ष दिनेश चंद्र राय ने बताया कि ऐसा फूड बना दे, जिसको खाने से बीपी और शुगर कंट्रोल में रहे और डाइजेशन मेंटेन रहे. खाद्य पदार्थों में औषधि का प्रयोग करके खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया.

Intro:वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के दूध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान की ओर से 10 दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया गया। 22 जनवरी से लेकर 30 जनवरी तक यह कार्यशाला चलेगी।


Body:शिक्षण पाठ्यक्रम का एकमात्र उदेश्य है। खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता तथा उनकी गंभीरता से कैंसर हृदय रोग मधुमेह तथा मोटापा आदि में योगदान पर जोड़ दिया जाए। आज के बदलती जीवनशैली में गंभीर बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को क्रियात्मक खाद्य पदार्थ तथा कृषि उत्पादों से न्यट्रास्यूटिकल्स कम किया जा सकता है. इस कार्यशाला में देश के विभिन्न विद्यालय एवं वैज्ञानिक भाग लिए।


Conclusion:दिनेश चंद्र राय इस कार्यशाला में व्यंग वैज्ञानिक असिस्टेंट प्रोफेसर ट्रेनिंग दिया जा रहा है वह फूड में फंक्शनल न्यट्रास्यूटिकल्स को ऐड करें। खाद्य पदार्थों के माध्यम से बीमारियों की लड़ने से क्षमता बढ़ाएं। हम ऐसा फूड बना दे जिसको खाने से आपका बीपी कंट्रोल रहे शुगर ना बढे ऐसा फूट बनाए जिससे आपका डाइजेशन मेंटेन रहे। खाद्य पदार्थों में औषधि का प्रयोग करके खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए इस प्रशिक्षण कार्य का आयोजन किया गया।

बाईट :-- प्रो दिनेश चंद्र राय, विभाग अध्यक्ष, खाद्य एवं प्रौद्योगिकी विभाग, बीएचयू

आशुतोष उपाध्याय
7007459303
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.