उन्नाव: 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए गले की फांस बने आवारा गोवंशीय पशुओं के मुद्दे को भले ही पूरे चुनाव में विपक्षी दलों ने हथियार बनाकर इस्तेमाल किया हो, लेकिन उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पर करारा प्रहार किया.
उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा नहीं होती थी, मोदी सरकार के आने के बाद इन पशुओं की सुरक्षा होने लगी. उन्नाव में गोवंशीय पशुओं के लिए बनाई गई गोशाला का लोकार्पण करने पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष ने ये बातें कहीं.
विधानसभा अध्यक्ष का विपक्ष पर हमला
- गोशाला के लोकार्पण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे यूपी विधानसभा अध्यक्ष ने ग्राम प्रधानों से मुलाकात कर गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा को सबका दायित्व बताया.
- उन्होंने विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों में गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा नहीं की जाती थी.
- मोदी सरकार बनने के बाद जबसे गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा की जाने लगी, तभी से यह आवारा गोवंशीय पशु इतनी भारी संख्या में सड़कों पर नज़र आने लगे.
- यही नहीं विधानसभा अध्यक्ष ने इतनी भारी संख्या में आवारा गोवंशीय पशुओं की जांच की मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि आखिर इतने गोवंशीय पशु कहा से आ गए.
विपक्षी दलों पर गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा न करने का विधानसभा अध्यक्ष का यह आरोप कई सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर खुलकर बोलने के बजाय जांच की बात कहकर जरूर टाल दिया, लेकिन विपक्षी खेमे के लिए इस हमले का क्या जवाब होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा.