उन्नाव : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लउद्यमियों को प्रदेश में आकर अपनी इकाई लगाने के लिए और इन्वेस्ट करने के लिए आमंत्रित कर रही है. सोमवार को भी उन्नाव के जिला प्रशासन ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया. इस आयोजन में उन्नाव के उद्यमियों और कई अन्य जनपदों के उद्यमियों ने लगभग 16000 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्नाव के जिला प्रभारी मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि ज्यादातर समझौते फैक्ट्री, स्कूल, होटल और मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां लगाने के लिए हुए हैं.
उन्नाव में सोमवार को आयोजित इन्वेस्टर्स समिट की अध्यक्षता उन्नाव जिला अधिकारी अपूर्व दुबे ने की. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उन्नाव के प्रभारी मंत्री दयाशंकर सिंह और यूपी सरकार के दो अन्य मंत्रियों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि उन्नाव में 3000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया था लेकिन डीएम की कार्यकुशलता के कारण 16000 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट के प्रस्ताव पर मुहर लगी. निवेश का यह आंकड़ा लक्ष्य से काफी बड़ा है. उन्होंने दावा किया कि इस इन्वेस्टमेंट के बाद उन्नाव में रोजगार के लिए जो युवा अन्य प्रदेशों में जाते हैं उन्हें नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही जिले के लगभग 95000 युवाओं को रोजगार मिलेगा.
कार्यक्रम में उपस्थित एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने बताया कि प्रदेश में इन्वेस्ट करने वाले निवशकों को 72 घंटे के अंदर सभी विभागों से एनओसी की सुविधा सिंगल विण्डो सिस्टम से दी जा रही है. उन्होंने कहा कि कोई भी निवेशक निवेश मित्र पोर्टल के जरिये 72 घंटे में एनओसी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि जनपद में लगभग 600 से अधिक एमएसएमई इकाइयां है. इन इकाइयों में जितना ज्यादा निवेश होगा, उतना ही लोगों को रोजगार मिलेगा.
कार्यक्रम में जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने सभी निवेशकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा गया कि जनपद में किसी भी निवेशक को अपने प्रोजेक्ट को प्रारंभ करने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. निवेशकों को सभी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा.
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