उन्नाव: कोरोना संक्रमण महामारी बढ़ने पर यूपी सरकार ने एहतियातन हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य स्थगित कर दिया था. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर 12 मई मंगलवार से दोबारा मूल्यांकन कार्य परीक्षकों ने शुरू कर दिया है. केंद्रों पर परीक्षकों को सैनिटाइज कराकर प्रवेश दिया गया. उप शिक्षा निदेशक ने केंद्रों का निरीक्षण कर सोशल डिस्टेंस्टिंग के साथ मूल्यांकन कार्य समय पर समाप्त करने के निर्देश दिए हैं.
लॉकडाउन-3 में शुरू हुआ मूल्यांकन कार्य
दरअसल, लॉकडाउन होने से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का वार्षिक परिक्षा परिणाम आने में विलंब हो गया है. पहले मई माह में रिजल्ट आ जाता था, लेकिन इस बार अभी मूल्यांकन कार्य ही पूरा नहीं हो सका है. वहीं यूपी सरकार ने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन-3 में 12 मई से मूल्यांकन कार्य शुरू करा दिया है.
उन्नाव में पांच मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें जीआईसी, जीजीआईसी, जी नाथ जी इंटर कॉलेज, आरएसएस इंटर कॉलेज और अटल बिहारी इंटर कॉलेज को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. जहां दो हजार से अधिक परीक्षकों को कॉपियों के मूल्यांकन के लिए लगाया गया है. डीआईओएस राकेश कुमार की देखरेख में मूल्यांकन कार्य मंगलवार से शुरू हो गया है.
मूल्यांकन केन्द्रों सहित परीक्षकों को सैनिटाइज कराया गया. शिक्षकों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा सोशल डिस्टेस्टिंग के तहत शिक्षकों को बैठाया गया.
मूल्यांकन केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है. परीक्षक मास्क लगाकर कॉपियां चेक कर रहे हैं. इसका प्रयास किया जा रहा है कि सभी कोरोना वायरस के खतरे से बचे रहें.
विभा मिश्रा, उप शिक्षा निदेशक, लखनऊ मंडल