उन्नाव: सांसद साक्षी महाराज ने गुरुवार को बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के संडीला मार्ग पर स्थित ग्राम रानीपुर गांव पहुंचे. यहां उन्होंने निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना का भूमि पूजन के बाद नारियल फोड़कर डामरीकरण कार्य का शुभारंभ किया. इस दौरान सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी और उद्योगपति अडानी की जमकर तारीफ की.
उन्होंने कहा कि मोदी प्रधानमंत्री तो सिर्फ भारत देश के हैं. लेकिन वह नेता पूरे विश्व के हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें कहती रही हैं कि देश का खजाना खाली है. लेकिन मोदी और योगी के नेतृत्व में संपूर्ण भारत में चारों तरफ विकास ही विकास दिखाई दे रहा है. उन्होंने अडानी ग्रुप की तारीफ करते हुए कहा कि देश को ऐसे उद्योगपतियों की सख्त जरूरत है. जो विपरीत परिस्थितियों में भी देश की सेवा और सहयोग कर सके. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कल तक कश्मीर की मांग कर रहा था, आज वही भुखमरी की कगार पर जा पहुंचा है. आज वह भारत से आटा मांग रहा है. सांसद साक्षी महाराज रामचरितमानस ग्रंथ पर टिप्पणियां करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि विरोधी दल के एक नेता अपने को सुर्खियों में बनाए रखने के लिए पवित्र ग्रंथ रामायण की प्रतियां जला रहे हैं.
डीएम अपूर्वा दुबे ने बताया कि जनपद में गंगा एक्सप्रेस वे की लंबाई कुल 105 किलोमीटर है. इसकी मुख्य कार्यदाई संस्था अडानी ग्रुप है. इसी ग्रुप के तहत पटेल ग्रुप और आईडीबीसी दोनों संस्थाएं डामरीकरण का कार्य कर रही है. प्रथम पैच का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. डीएम ने बताया कि एक्सप्रेस वे पर 7 मीटर चौड़ा डिवाइडर बनेगा. मार्ग को हरा-भरा करने के लिए डिवाइडर में पौधरोपण भी कराया जाएगा. जबकि डिवाइडर के दोनों तरफ 15-15 मीटर चौड़े मुख्य मार्ग निर्मित कराए जाएंगे. उन्होंने बताया कि मेरठ से लेकर प्रयागराज तक निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे पर कार्यदाई संस्था द्वारा किलोमीटर संख्या 372.600 पर डामरीकरण कार्य का शुभारंभ किया गया है.
वहीं, गंगा एक्सप्रेसवे डामरीकरण के शुभारंभ के अवसर पर ग्राम आशायस, जुड़ई खेड़ा, पसियन खेड़ा, बेलखेड़ा, पोहपी खेड़ा व बंदी खेड़ा आदि गांवों के किसानों ने सांसद साक्षी महाराज को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया है कि पुलिया नंबर 372 मात्र 2 मीटर चौड़ी प्रस्तावित है. इसके अलावा नाले की पुलिया नंबर 373 भी सकरी है. इन दोनों पुलियों से बैलगाड़ी व ट्रैक्टर आदि नहीं निकल पाएंगे. दोनों पुलियों के बीच की दूरी करीब एक किलोमीटर है. जबकि इन गांवों के किसानों की सैकड़ों बीघा खेती निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के दूसरी तरफ स्थित है. साथ ही एक्सप्रेस वे के उस पार बजरंगबली का ऐतिहासिक मंदिर भी स्थित है. इस ज्ञापन सांसद से किसानों ने दोनों पुलिया की चौड़ाई कम से कम 3 मीटर सुनिश्चित कराए जाने की मांग उठाई है.
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