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उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता का हुआ अंतिम संस्कार, प्रशासन के व्यवहार से नाराज है परिजन

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता ने खुद को आग के हवाले कर लिया. हैलट अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया. रविवार को पीड़िता का शव घर पहुंचा.

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दुष्कर्म पीड़िता का हुआ अंतिम संस्कार.
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Published : Dec 22, 2019, 11:53 PM IST

उन्नाव: एसपी ऑफिस के बाहर खुद को आग के हवाले करने वाली दुष्कर्म पीड़िता जिंदगी की जंग हार गई. शनिवार की शाम हैलट अस्पताल में उपचार के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया. रविवार को हैलट अस्पताल प्रबंधन ने पैनल से पोस्टमार्टम कराया और शाम करीब 6 बजे पार्थिव शरीर पीड़िता के गांव पहुंचा. यहां जिला प्रशासन ने दबाव बनाकर अंतिम संस्कार कराया. प्रशासन के व्यवहार से परिजनों में आक्रोश है.

दुष्कर्म पीड़िता का हुआ अंतिम संस्कार.

जानें पूरा मामला

  • मामला हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है.
  • 16 दिसंबर को दुष्कर्म पीड़िता न्याय की गुहार लगाने एसपी कार्यालय पहुंची.
  • न्याय न मिलने पर पीड़िता ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली.
  • एसपी कार्यालय पर मौजूद लोगों ने किसी तरह आग बुझाई.
  • पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में पीड़िता को जिला अस्पताल पहुंचाया.
  • हालत बिगड़ने पर उसे हैलट अस्पताल कानपुर रेफर कर दिया गया.
  • शनिवार शाम को हैलट अस्पताल में पीड़िता ने दम तोड़ दिया.
  • पीड़िता का शव जब घर पहुंचा तो परिजनों में हड़कंप मच गया.
  • परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया.
  • आलाधिकारियों के आश्वासन के बाद भी परिजन नहीं माने, तो प्रशासन ने दबाव बनाकर अंतिम संस्कार कराया.
  • प्रशासन के रवैए को लेकर परिजनों में गहरा आक्रोश है.
  • सपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने परिजनों को ढांढस बंधाया और सरकार से 25 लाख के मुआवजे की मांग की.

पुलिस पर लापरवाही का आरोप
युवती का गांव के ही एक युवक से 10 साल से प्रेम संबंध चल रहा था. शादी न करने पर पीड़िता ने 2 अक्टूबर 2019 को हसनगंज कोतवाली में युवक समेत तीन लोगों को नामजद किया था. परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी को बचाने में लगी थी. 28 नबंवर को युवक को हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे मिल गया.

आरोपी को भेजा गया जेल
महीनों से न्याय के लिए भटक रही पीड़िता ने शनिवार को खुद को आग के हवाले कर दिया. पुलिस की किरकिरी होने पर एसपी के आदेश पर हसनगंज पुलिस ने आरोपी को शनिवार को हिरासत में ले लिया और रविवार को जेल भेज दिया. वहीं मामले की न्यायालय में चार्जशीट भी पुलिस दाखिल कर चुकी है.

यह भी पढ़ें- मृतकों के घर पहुंची प्रियंका गांधी, परिवार से की मुलाकात

उन्नाव: एसपी ऑफिस के बाहर खुद को आग के हवाले करने वाली दुष्कर्म पीड़िता जिंदगी की जंग हार गई. शनिवार की शाम हैलट अस्पताल में उपचार के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया. रविवार को हैलट अस्पताल प्रबंधन ने पैनल से पोस्टमार्टम कराया और शाम करीब 6 बजे पार्थिव शरीर पीड़िता के गांव पहुंचा. यहां जिला प्रशासन ने दबाव बनाकर अंतिम संस्कार कराया. प्रशासन के व्यवहार से परिजनों में आक्रोश है.

दुष्कर्म पीड़िता का हुआ अंतिम संस्कार.

जानें पूरा मामला

  • मामला हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है.
  • 16 दिसंबर को दुष्कर्म पीड़िता न्याय की गुहार लगाने एसपी कार्यालय पहुंची.
  • न्याय न मिलने पर पीड़िता ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली.
  • एसपी कार्यालय पर मौजूद लोगों ने किसी तरह आग बुझाई.
  • पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में पीड़िता को जिला अस्पताल पहुंचाया.
  • हालत बिगड़ने पर उसे हैलट अस्पताल कानपुर रेफर कर दिया गया.
  • शनिवार शाम को हैलट अस्पताल में पीड़िता ने दम तोड़ दिया.
  • पीड़िता का शव जब घर पहुंचा तो परिजनों में हड़कंप मच गया.
  • परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया.
  • आलाधिकारियों के आश्वासन के बाद भी परिजन नहीं माने, तो प्रशासन ने दबाव बनाकर अंतिम संस्कार कराया.
  • प्रशासन के रवैए को लेकर परिजनों में गहरा आक्रोश है.
  • सपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने परिजनों को ढांढस बंधाया और सरकार से 25 लाख के मुआवजे की मांग की.

पुलिस पर लापरवाही का आरोप
युवती का गांव के ही एक युवक से 10 साल से प्रेम संबंध चल रहा था. शादी न करने पर पीड़िता ने 2 अक्टूबर 2019 को हसनगंज कोतवाली में युवक समेत तीन लोगों को नामजद किया था. परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी को बचाने में लगी थी. 28 नबंवर को युवक को हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे मिल गया.

आरोपी को भेजा गया जेल
महीनों से न्याय के लिए भटक रही पीड़िता ने शनिवार को खुद को आग के हवाले कर दिया. पुलिस की किरकिरी होने पर एसपी के आदेश पर हसनगंज पुलिस ने आरोपी को शनिवार को हिरासत में ले लिया और रविवार को जेल भेज दिया. वहीं मामले की न्यायालय में चार्जशीट भी पुलिस दाखिल कर चुकी है.

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Intro: खबर उन्नाव से है, जहां 16 दिसंबर एसपी ऑफिस गेट के बाहर खुद को आग के हवाले करने वाली रेप पीड़िता पांचवे दिन जिंदगी की जंग हार गई थी। शनिवार की शाम हैलट अस्पताल में उपचार के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया था । रविवार को हैलट अस्पताल प्रबंधन ने पैनल से पोस्टमार्टम कराया और शाम करीब 6:00 बजे पार्थिव शरीर पीड़िता के गांव पहुंचा। जहां जिला प्रशासन ने दबाव बनाकर अंतिम संस्कार करा दिया । पीड़िता के परिजनों ने गांव के बाहर एक खेत में शव को दफना दिया । प्रशासन के व्यवहार से परिजनों में आक्रोश है ।

Body: बता दें कि हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती ने 16 दिसंबर करीब 11:00 बजे उन्नाव एसपी कार्यालय पहुंची और पुलिस से न्याय न मिलने पर अपने ऊपर केरोसिन डालकर आग लगा ली । आग का गोला देख मौके पर मौजूद फरियादियों में भगदड़ मच गई । एसपी कार्यालय में एसपी विक्रांत वीर व पुलिस कर्मियों ने महिला पर मिट्टी डालकर आग पर काबू पाया और आनन-फानन जिला अस्पताल से हैलट अस्पताल कानपुर रेफर कर दिया था । रेप पीड़िता ने शनिवार शाम अस्पताल में दम तोड़ दिया था । रविवार हैलट अस्पताल में पीड़िता का पैनल से पीएम कराया गया । इसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था मे परिजन शव को लेकर देर शाम करीब 6:00 बजे गांव पहुंचे । पीड़िता का शव गांव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया ।वहीं मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई । सुरक्षा के चलते सुबह से ही गांव में एसडीएम हसनगंज प्रदीप कुमार भारी पुलिस बल के साथ बने हुए थे । काफी देर तक परिजन सरकार से मुवाज़ा की मांग के साथ ही अंतिम संस्कार सोमवार सुबह करने की बात पर अड़े रहे । एसडीम समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार को सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाते रहे । इस दौरान प्रशासन ने काफी समझाने का प्रयास किया । मगर जब बात नहीं बनी तो आखिरकार प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए । करीब दो घंटे की चली बहस के बाद परिजनों पर दबाव बनाकर गांव के बाहर एक खेत में शव को दफन करवाया । अंतिम संस्कार पीड़िता के भाई ने किया । वहीं प्रशासन के रवैए को लेकर परिजनों में गहरा आक्रोश है । वहीं सपा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने पीड़िता के घर पहुंच कर परिजनों को ढांढस बंधाया और सरकार से ₹25 लाख मुआवजे की मांग की ।

बाइट- धर्मेंद्र यादव सपा जिलाध्यक्ष उन्नाव

Conclusion: बता दें कि मृतक लड़की का गांव के ही एक युवक से 10 साल से प्रेम संबंध चल रहे था (एसपी के मुताबिक ) । शादी न करने पर पीड़िता ने 2 अक्टूबर 2019 को हसनगंज कोतवाली में मुख्य आरोपी अवधेश सिंह पर रेप का मुकदमा दर्ज कराया इसके अलावा मुख्य आरोपी की भाभी रचना सिंह समेत 3 लोगों को सह आरोपी बनाया था पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी ना कर उसे बचाने में जुटी रही और जिसका नतीजा रहा कि 28-11- 2019 को उसे हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे मिल गया । महीनों से न्याय के लिए भटक रही पीड़िता को पुलिस सिस्टम से थक हार कर खुद को आग के हवाले करना पड़ा । हालांकि पुलिस की किरकिरी होने पर एसपी के आदेश पर हसनगंज पुलिस ने मुख्य आरोपी अवधेश सिंह को घटना के दिन ही हिरासत में लेकर अगले दिन जेल भेज दिया था। वहीं मामले की न्यायालय में चार्जशीट भी पुलिस दाखिल कर चुकी है ।


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