उन्नाव: जनपद में प्राथमिक और जूनियर स्कूलों में शासन स्तर से विद्युतीकरण का काम कराया जा रहा है. जिले में 230 प्राथमिक विद्यालय और जूनियर विद्यालय हैं. इनमें विद्युतीकरण कराया जाना है. बेसिक शिक्षा अधिकारी जय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने नियमों के विपरीत अपनी पसंदीदा फर्म 'त्रिपाठी ट्रेडर्स, लखनऊ रोड गभडिया' सुल्तानपुर को विद्युतीकरण कार्य कराने का पत्र 27 जुलाई को जारी कर दिया.
शासन के नियम के अनुसार एक फर्म को नहीं, बल्कि गुणवत्ता के लिए काम को 4 से 5 फर्म को काम दिया जाना चाहिए. जबकि बेसिक शिक्षा अधिकारी जय सिंह ने नियमों को ताक पर रखकर अपनी पसंदीदा फर्म को काम आवंटित करने का लेटर जारी कर दिया. बेसिक शिक्षा अधिकारी का ये लेटर सामने आने के बाद डीएम उन्नाव रविंद्र कुमार ने इस मामले की गोपनीय जांच सीडीओ से करायी.
आईएएस सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने जांच की तो पाया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी जय सिंह ने नियमों को अनदेखा कर अपनी चहेती 'त्रिपाठी ट्रेडर्स' को 74 लाख के बजट से 230 प्राथमिक विद्यालय व जूनियर विद्यालय के विद्युतीकरण कार्य करने का पत्र जारी किया था. सीडीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम रविंद्र कुमार ने बीएसए जय सिंह की अनियमितता की रिपोर्ट शासन को भेज दी.
डीएम की रिपोर्ट सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. डीएम उन्नाव रविंद्र कुमार ने बताया कि सूत्रों से जानकारी मिली थी कि बीएसए ने एक फर्म को विद्युतीकरण का काम दिया है. मामले की तत्काल जांच आख्या सीडीओ से मांगी गई थी. मामले में डीएम का कहना है कि बीएसए ने नियम विपरीत एक ही फर्म को विद्युतीकरण कार्य दिया है. बीएसए के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. वहीं विवाद सामने आने के बाद बीएसए जयसिंह ने दूसरी चिट्ठी जारी की, जिसमें उन्होंने विद्यालय प्रबंध समितियों को यह निर्देश दिया कि वो ये काम अपनी पसंद की फर्म से कराएं.