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उन्नाव: शिक्षकों ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध, तालाबंदी का किया एलान

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में शिक्षक प्रेरणा ऐप का विरोध प्रर्दशन करने की कार्य योजना बना रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि इस प्रेरणा ऐप में महिलाओं को भी सेल्फी लेकर भेजना होता है जो कि गलत है.

प्रर्दशन कार्य के योजना में जुटे लोग
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Published : Sep 3, 2019, 3:35 PM IST

उन्नाव: प्रेरणा ऐप से शिक्षकों की ऑनलाइन (सेल्फी) हाजिरी बाध्यता होने से शिक्षकों में अफरा-तफरी का माहौल बना है. शिक्षकों ने महिला शिक्षकों के लिए इस फैसले को निजता का हनन बताते हुए सरकार के फैसले में बदलाव की मांग की है. वहीं सरकार की तरफ से रियायत न मिलने पर स्कूलों में तालाबंदी की धमकी भी दी है.

समस्या को बताते ब्लॉक अध्यक्ष.


शिक्षकों ने किया विरोध प्रर्दशन

  • प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की हाजिरी के लिए प्रेरणा ऐप की अनिवार्यता का विरोध किया गया है.
  • प्रेरणा ऐप से अब शिक्षक-शिक्षिकाओं की ऑनलाइन सेल्फी हाजिरी देनी होगी.
  • इसके साथ ही भोजन खाते हुए बच्चों की फोटो भी अपलोड की जाएगी.
  • अब सरकारी योजनाओं की भी ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी.

शिक्षकों के लिए बढ़ीं मुश्किलें

  • ऐप के माध्यम से शिक्षकों के लिए आने वाले दिनों में मुश्किले बढ़ रही हैं.
  • संघ इकाई के अध्यक्ष संजय सिंह की अगुवाई मेंं शिक्षकों ने प्रदर्शन किया.
  • इसके अन्तर्गत संगठन ने सरकार से प्रेरणा ऐप पर सेल्फी से हाजिरी पर बदलाव की मांग की है.
  • शिक्षकों का कहना है कि सेल्फी से उपस्थिति जैसा तुगलकी फरमान जारी कर कर्तव्यनिष्ठा का आंकलन किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें:- कानून मंत्री बृजेश पाठक ने अखिलेश यादव को बताया फ्रस्टेटेड आदमी

  • शिक्षकों का कहना है कि क्या मातृ शक्तियों को सेल्फी के लिए बाध्य करना उनकी निजता का हनन नहीं है.
  • शिक्षकों ने सरकार से बदलाव की मांग की है और यदि ऐसा नहीं हुआ तो सड़क पर प्रदर्शन को बाध्य होंगे.

उन्नाव: प्रेरणा ऐप से शिक्षकों की ऑनलाइन (सेल्फी) हाजिरी बाध्यता होने से शिक्षकों में अफरा-तफरी का माहौल बना है. शिक्षकों ने महिला शिक्षकों के लिए इस फैसले को निजता का हनन बताते हुए सरकार के फैसले में बदलाव की मांग की है. वहीं सरकार की तरफ से रियायत न मिलने पर स्कूलों में तालाबंदी की धमकी भी दी है.

समस्या को बताते ब्लॉक अध्यक्ष.


शिक्षकों ने किया विरोध प्रर्दशन

  • प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की हाजिरी के लिए प्रेरणा ऐप की अनिवार्यता का विरोध किया गया है.
  • प्रेरणा ऐप से अब शिक्षक-शिक्षिकाओं की ऑनलाइन सेल्फी हाजिरी देनी होगी.
  • इसके साथ ही भोजन खाते हुए बच्चों की फोटो भी अपलोड की जाएगी.
  • अब सरकारी योजनाओं की भी ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी.

शिक्षकों के लिए बढ़ीं मुश्किलें

  • ऐप के माध्यम से शिक्षकों के लिए आने वाले दिनों में मुश्किले बढ़ रही हैं.
  • संघ इकाई के अध्यक्ष संजय सिंह की अगुवाई मेंं शिक्षकों ने प्रदर्शन किया.
  • इसके अन्तर्गत संगठन ने सरकार से प्रेरणा ऐप पर सेल्फी से हाजिरी पर बदलाव की मांग की है.
  • शिक्षकों का कहना है कि सेल्फी से उपस्थिति जैसा तुगलकी फरमान जारी कर कर्तव्यनिष्ठा का आंकलन किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें:- कानून मंत्री बृजेश पाठक ने अखिलेश यादव को बताया फ्रस्टेटेड आदमी

  • शिक्षकों का कहना है कि क्या मातृ शक्तियों को सेल्फी के लिए बाध्य करना उनकी निजता का हनन नहीं है.
  • शिक्षकों ने सरकार से बदलाव की मांग की है और यदि ऐसा नहीं हुआ तो सड़क पर प्रदर्शन को बाध्य होंगे.
Intro: खबर, उन्नाव से है, जहां शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप का विरोध शुरू किया है। प्रेरणा ऐप से शिक्षको की ऑनलाइन (सेल्फी) हाजिरी बाध्यता होने से शिक्षको में अफरा तफरी का माहौल बना है । शिक्षको ने महिला शिक्षकों के लिए इस फैसले को निजता का हनन बताते हुए सरकार से फैसले में बदलाव की मांग की है । वहीं सरकार की तरफ से रियायत न मिलने पर स्कूलों में तालाबंदी की घुड़की दी है।


Body: प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की हाजिरी के लिए प्रेरणा एप की अनिवार्यता का विरोध उन्नाव में भी शुरू हो गया है। बता दे कि प्रेरणा ऐप से अब शिक्षक-शिक्षिकाओं की ऑनलाइन सेल्फी हाजिरी देनी होगी । इसके साथ ही एम डी एम भोजन खाते हुए बच्चों की फोटो भी अपलोड होगी । इसके अलावा अन्य सरकारी योजनाओं की भी ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी होगी । ऐप के माध्यम से शिक्षकों के लिए आने वाले दिनों में मुश्किल बढ़ रही हैै । प्राााथमि शिक्षक संघ इकाई अध्यक्ष संजय सिंह की अगुवाई मेंं शिक्षकों ने शिक्षक पदाधिकारियों में बैठक कर प्रेरणा ऐप का विरोध किया । जिसमे संगठन ने सरकार से प्रेरणा एप पर सेल्फी से हाजिरी पर बदलाव की मांग की । कहा कि सेल्फी से उपस्थिति जैसा तुगलकी फरमान जारी कर हमारी कर्तव्यनिष्ठा का आंकलन किया जा रहा है। क्या मातृ शक्तियों को सेल्फी के लिए बाध्य करना उनकी निजता का हनन है। शिक्षक स्कूलों में एमडीएम बनवाए, सब्जी लाए, फल की व्यवस्था करें । इस दौरान जरा सी भी देरी होने पर शिक्षक विभागीय कार्रवाई भी झेले । इतना बोझ डाल दिया गया है कि बच्चों की पढ़ाई अव्यवस्थित हो रही है । वहीं स्कूलों में शिक्षकों की कमी है । सरकार से फैसले म बदलाव की मांग की । ऐसा न होने पर स्कूलों में तालाबंदी कर शिक्षक सड़क पर प्रदर्शन को बाध्य होंगे ।

बाईट - संजय सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ।Conclusion:
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