उन्नाव : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सरकार बनने के बाद सबसे पहले पूरे प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया था. सड़कों को दुरुस्त करने का अभियान चलाया गया लेकिन उन्नाव में सड़क निर्माण के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति की गई.
उन्नाव शहर की सबसे अहम सड़क जो छोटा चौराहा से लोकनगर होते हुए कब्बाखेड़ा निकली है, 5 किलोमीटर की इस सड़क में 3 किलोमीटर का हिस्सा पीडब्लूडी और दो किलोमीटर का हिस्सा नगर पालिका के अंतर्गत आता है. नगर पालिका ने अपने अंतर्गत आने वाले हिस्से को ऐसे ही छोड़ दिया है.
इस सड़क को देखकर यह अनुमान लगाना कठिन है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क. इस क्षेत्र के रहने वाले नागरिक सड़क पर भरी गंदगी और गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं. सड़क की इस दुर्दशा के कारण यहां के दुकानदारों की बिक्री बुरी तरह से प्रभावित हो चुकी है.
अब मजबूरी में लोग इस क्षेत्र को छोड़कर जाने को मजबूर हो रहे हैं. बरसात के मौसम में यह सड़क सबसे बड़ी मुसीबत बन जाती है, क्योकि यह सड़क बारिश में सड़क नही बल्कि पूरी तरह से तालाब बन जाती है। जिससे पैदल चलने वाले लोगों को फिर किसी दूसरे रास्ते से होकर आना जाना पड़ता है.
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वहीं, इस सड़क को लेकर यहां के लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम लोग बहुत बुरी स्थिति से गुजर रहे हैं. चंद्रभूषण कहते हैं कि कई बार शिकायत की गई लेकिन कहीं कोई सुनने वाला नही है.
करीब 7 साल पहले एक बार सड़क बनी थी और बनने के कुछ दिनों बाद ही फिर से खराब हो गई थी. जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से घरों से निकलने वाला गंदा पानी भी सड़क पर ही भरता है. यह भी मुसीबत का सबब बन गया है.
जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर सड़क बनवाने की कही बात
इस पूरे मामले में जिलाधिकारी उन्नाव से बात की गई. उन्होंने कहा कि उन्होंने नगर पालिका में छतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत को कहा है. नगर पालिका की अध्यक्षा से भी बात हुई है. जल्त ही निर्माण कार्य कराए जाएंगे.