उन्नावः जिले के असोहा थाना इलाके में संदिग्ध अवस्था में मिली लड़कियों में दो की बुधवार की रात मौत हो गयी. वहीं तीसरी का इलाज कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में चल रहा है. परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जतायी है. वहीं असंतुष्ट परिजनों ने धरने पर बैठकर पुलिस की कार्यशैली का जमकर विरोध किया है.
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जनपद उन्नाव की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।@dgpup को प्रकरण की पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 18, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
अस्पताल में भर्ती पीड़िता का सरकारी व्यय पर बेहतर से बेहतर एवं नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।
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अस्पताल में भर्ती पीड़िता का सरकारी व्यय पर बेहतर से बेहतर एवं नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।जनपद उन्नाव की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।@dgpup को प्रकरण की पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए हैं।
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अस्पताल में भर्ती पीड़िता का सरकारी व्यय पर बेहतर से बेहतर एवं नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।
ये है मामला
आपको बता दें कि बीते बुधवार को घास लेने घर से निकली तीन लड़कियां जब काफी समय हो जाने के बाद वापस नहीं लौटी, तो परिजनों ने ढूढ़ना शुरू किया. इसी दौरान उन्हें तीनों लड़कियां एक खेत में बंधी हुई मिली थीं. जिनके मुंह से झाग निकल रहा था. परिजनों ने हालत देखते हुए तीनों को पास की सीएचसी में भर्ती कराया था, जहां डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया. वहीं एक की हालत गंभीर है, उसे कानपुर रेफर कर दिया गया था.
बेटी बचाओ योजना पर उठ रहे सवाल
घटना के संबंध में स्थानीय लोगों में संशय बना हुआ है. हत्या के पहले लड़कियों के साथ अनहोनी की आशंका जतायी जा रही है. यहां के लोगों को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. तो एक ओर इनको जहर खिलाये जाने की भी आशंका जतायी जा रही है. इस घटना की चारों ओर आलोचना हो रही है.
असोहा पुलिस ने मृतक लड़कियों के परिवार वालों को थाने पर बिठा रखा है. जिसके विरोध में परिजन धरने पर बैठ गये. वहीं इनके साथ ग्रामीणों ने भी पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जतायी. गांव में भारी पुलिस बल तैनात है. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी भी गांव पर नजर बनाये हुए हैं.
पिता सूरजपाल को उठा ले गयी पुलिस
उधर, उन्नाव पुलिस पीड़ित परिवार के लोगों को अपनी अभिरक्षा में रखी हुई है. पिता सूरजपाल को पुलिस जबरन उठा ले गयी. उन्हें कहां ले गयी है, ये घरवालों को भी नहीं पता है.
सुभाषनी अली के निशाने पर योगी सरकार
उन्नाव की लड़की को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में देखने पहुंची कम्युनिस्ट पार्टी की पूर्व सांसद सुभाषनी अली ने योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में रोज ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. लेकिन सरकार इस तरह की घटनाओं को ध्यान न देते हुए अपने एजेंडे पर लगी है. ये मामला कहीं न कहीं तंत्र-मंत्र से भी जुड़ा हो सकता है. कानून व्यवस्था पूरी तरह से लचर हो चुकी है. उन्होंने इस घटना पर सवाल उठाया कि ये बहुत बड़ा कांड है.
हेल्थ बुलेटिन जारी
उन्नाव के असोहा गांव में तीन नाबालिग लड़कियों के साथ क्या घटना हुई. इसका अभी तक पता नहीं चल सका है. घटना के बाद से जहां दो लड़कियों की मौत हो चुकी है. वहीं उस घटना की एक मात्र गवाह लड़की कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में जिंदगी और मौत की से संघर्ष कर रही है. लड़की को बचाने के लिए डॉक्टरों का पैनल बनाया गया है. रीजेंसी अस्पताल की ओर से एक बजे मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया. रीजेंसी अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी परमजीत सिंह अरोरा ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि अभी तक उसमें कोई सुधार नहीं हुआ है. लड़की को वेंटिलेटर पर रखा गया है, और डॉक्टरों की टीम उसको बचाने में लगी हुई है.
पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद IG की टीम
उधर, दोनों लड़कियों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है. लखनऊ मुख्यालय पर बैठे अधिकारी इस पर नज़र बनाये हुये हैं. वहीं लखनऊ जोन की आईजी लक्ष्मी सिंह ने अपनी एक टीम को पोस्टमार्टम हाउस भेजा है. पोस्टमार्टम हाउस में भारी पुलिस बल स्वाट टीम के साथ मौजूद है. गांव में ग्रामीणों के साथ परिजनों का धरना अभी जारी है. गांव में भारी पुलिस बल तैनात करते हुए गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. कई थानों की फोर्स के साथ गांव में आलाधिकारी नज़र बनाये हुए हैं. दोनों लड़कियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की संभावना है.
सैम्पल जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा
दोनों लड़कियों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट पूरा होने के बाद सैम्पल जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया गया है. वहीं मीडिया से बात करते हुए एसीएमओ डॉक्टर तन्मय कक्कड़ ने बताया कि दोनों लड़कियों के शवों का पोस्टमार्टम पैनल ने पूरा कर दिया है. पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करायी गयी है. इसके बाद विसरा प्रिजर्व करते हुए सैम्पल विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया गया है. जब तक विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तबतक कुछ भी कहना मुश्किल है. वहीं जह़र के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ भी कहना मुश्किल है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को भेजी जायेगी, कल उनको रिपोर्ट मिलेगी, जिसके बाद सबकुछ साफ हो पायेगा.
गांव के लिए रवाना हुआ शव
पोस्टमार्टम के बाद शव काफी देर बाद उनके गांव के लिए रवाना हो गया. इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. शव रवाना होते ही गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि वे चारों ओर माहौल को बिगड़ने न दें.
एसपी नेता ने की परिजनों से मुलाकात
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी का प्रतिनिधिमंडल पूर्व सांसद अनु टंडन की अगुवाई में पीड़ित के परिजनों से मुलाकात कर रहा है. वहीं परिजनों को मीडिया से बात करने से पुलिस ने मना कर दिया है. परिजनों को किसी से भी पुलिस मिलने नहीं दे रही है. पुलिस की ज्यादती से परेशान पीड़ित परिजन पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं.
जांच के लिए 6 टीमें गठित
डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए 6 टीमें गठित की गयी हैं. वहीं घटना के जल्द खुलासे के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों से भी मदद ली जा रही है. सीनियर अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभाग से समन्वय स्थापित कर विधिक कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है.
पुलिस ने दर्ज किया केस
असोहा कांड में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है. इसमें आईपीसी 302, और 201 में मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमें हत्या कर शव को छिपाने का मामला लगाया बनता है.