ETV Bharat / state

उन्नाव में खराब पड़ी पानी की टंकी, दूषित पानी पीने को मजबूर हैं लोग

जनपद के सफीपुर इलाके में पानी की टंकी तो लगी है लेकिन पीने का पानी लोगों तक नहीं पहुंच रहा है. इसकी वजह से गांव के लोग पीने के पानी को तरस रहे हैं. पिछले 3 सालों से पानी की टंकी खराब होने के चलते लोगों को पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है.

उन्नाव में पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे गांव के लोग
author img

By

Published : May 11, 2019, 1:45 PM IST

उन्नाव: जिले में लोगों को फ्लोराइड युक्त पानी से मुक्ति दिलाने के लिए वर्ष 1996 में पानी की टंकी बनाई गई थी, लेकिन पिछले 3 सालों से गांव के लोगों को टंकी से पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है. इसको लेकर गांव के लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

पीने के पानी को तरस रहे गांव के लोग

⦁ जनपद के सफीपुर तहसील के लोगों को फ्लोराइड युक्त पीने के पानी से मुक्ति दिलाने के लिए नैनीखेड़ा गांव में सन् 1996 में राजीव गांधी पेयजल योजना के तहत एक पानी की टंकी बनवाई गई थी.
⦁ कुछ समय तक इस टंकी से गांव के लागों को पानी की सुविधा मिली.
⦁ यह पानी की टंकी अचानक खराब हुई और लोगों को मिलने वाला शुद्ध पानी बंद हो गया.
⦁ ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन इसकी कोई सुनवाई नहीं हुई.

उन्नाव में पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे गांव के लोग

इस समस्या को लेकर जल निगम के अधिकारी ने शासन आदेश का हवाला देते हुए ग्राम पंचायत विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. वहीं ग्राम पंचायत विभाग के अधिकारी इस मामले पर कोई बात करने को तैयार नहीं है.

पीने के पानी की दिक्कत लंबे समय से चल रही है. गांव में लोगों को शुद्ध पानी मिल सके इसलिए पानी की टंकी लगाई गई थी, लेकिन 3साल से टंकी खराब होने के चलते हमलोग हैंडपंप का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

-नान्हा सिंह, ग्रामीण

वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा जारी किए गए जियो में यह निहित है कि जो भी ग्राम पेय जल योजनाएं हैं, जो पूर्व निर्मित हैं उन्हें ग्राम पंचायत को सौंप दिया गया है. अब इन योजनाएं का रख -रखाव ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाना है.

-एस के कटियार, एक्स ई एन, जल निगम

उन्नाव: जिले में लोगों को फ्लोराइड युक्त पानी से मुक्ति दिलाने के लिए वर्ष 1996 में पानी की टंकी बनाई गई थी, लेकिन पिछले 3 सालों से गांव के लोगों को टंकी से पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है. इसको लेकर गांव के लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

पीने के पानी को तरस रहे गांव के लोग

⦁ जनपद के सफीपुर तहसील के लोगों को फ्लोराइड युक्त पीने के पानी से मुक्ति दिलाने के लिए नैनीखेड़ा गांव में सन् 1996 में राजीव गांधी पेयजल योजना के तहत एक पानी की टंकी बनवाई गई थी.
⦁ कुछ समय तक इस टंकी से गांव के लागों को पानी की सुविधा मिली.
⦁ यह पानी की टंकी अचानक खराब हुई और लोगों को मिलने वाला शुद्ध पानी बंद हो गया.
⦁ ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन इसकी कोई सुनवाई नहीं हुई.

उन्नाव में पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे गांव के लोग

इस समस्या को लेकर जल निगम के अधिकारी ने शासन आदेश का हवाला देते हुए ग्राम पंचायत विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. वहीं ग्राम पंचायत विभाग के अधिकारी इस मामले पर कोई बात करने को तैयार नहीं है.

पीने के पानी की दिक्कत लंबे समय से चल रही है. गांव में लोगों को शुद्ध पानी मिल सके इसलिए पानी की टंकी लगाई गई थी, लेकिन 3साल से टंकी खराब होने के चलते हमलोग हैंडपंप का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

-नान्हा सिंह, ग्रामीण

वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा जारी किए गए जियो में यह निहित है कि जो भी ग्राम पेय जल योजनाएं हैं, जो पूर्व निर्मित हैं उन्हें ग्राम पंचायत को सौंप दिया गया है. अब इन योजनाएं का रख -रखाव ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाना है.

-एस के कटियार, एक्स ई एन, जल निगम

Intro:उन्नाव भीषण गर्मी और सूरज की तपिश से जहां लोग बेहाल हैं और इसी गर्मी में पानी सबसे बड़ी जरूरत है वही उन्नाव सफीपुर इलाके में पानी की टंकी शोपीस बनी हुई है जिसकी वजह से लगभग 1 सैकड़ा से अधिक गांव के लोग पीने के पानी को तरस रहे हैं खास बात यह है कि लोगों को फ्लोराइड युक्त पानी से मुक्ति दिलाने के लिए वर्ष 1998 में पानी की टंकी बनाई गई थी लेकिन पिछले 5 सालों से लोगों को टंकी से पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है जिसको लेकर गांव के लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन अधिकारी विभागीय खेल में उलझा कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल रहे ।


Body:उन्नाव के सफीपुर तहसील के लोगों को फ्लोराइड युक्त पीने के पानी से मुक्ति दिलाने के लिए नैनी खेड़ा गांव में सन 1998 में राजीव गांधी पेयजल योजना के तहत एक पानी की टंकी बनवाई गई थी एक करोड़ 14 लाख रुपए से बनवाई गई इस टंकी से 28 मजरों के गांवों को 33 किमी पाइप लाइन बिछाकर पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराया गया था जिससे लोगों को फ्लोराइड युक्त पानी पीने से निजात मिल गयी थी लेकिन वर्ष 2014 में पानी की टंकी अचानक खराब हुई और लोगों को मिलने वाला शुद्ध पानी भी बंद हो गया और एक बार फिर लोगों फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर होना पड़ा हालांकि हजारों लोगों को शुद्ध पानी देने वाली इस टंकी के बंद होने को लेकर ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों से भी शिकायत की लेकिन उनकी आवाज किसी ने नहीं सुनी ।

बाईट--नान्हा सिंह (ग्रामीण)
walk thru reporter


Conclusion:वहीं जब etv की टीम ने हजारों लोगों की इस समस्या को लेकर जल निगम के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने शासन आदेश का हवाला देते हुए ग्राम पंचायत विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं वही ग्राम पंचायत विभाग के अधिकारी हैं कि मामले पर बात भी करने को तैयार नहीं है ।

बाइट --एस के कटियार (एक्स ई एन जल निगम)

वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-0983975700
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.