उन्नाव: अमर साहित्यकारों और क्रांतिकारियों की धरा कहे जाने वाले उन्नाव में अंग्रेजों के छक्के छुड़ा देने वाले अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की 115वां जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया. स्कूली छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुतियों से अमर शहीद की वीरता का बखान कर भीड़ में देशभक्ति का जज्बा भर दिया. वहीं डीएम समेत सैकड़ों की भीड़ ने आजाद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी शहादत को नमन किया. इस कार्यक्रम में कोविड-19 नियमों का भी पालन किया गया
बता दें कि अमर शहीद क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का ननिहाल उन्नाव शहर से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित बदरका गांव में है. यहां शहीद चंद्रशेखर आजाद का बचपन बीता था. अपनी वीरता के लिए याद किए जाने वाले चंद्रशेखर आजाद का 115वां जयंती समारोह यहां बड़े ही धूमधाम से मनाया गया.
जिलाधिकारी ने किया माल्यर्पण
वहीं परंपरा के अनुसार डीएम रविंद्र कुमार ने सबसे पहले अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की मां जगरानी की प्रतिमा और अमर शहीद आजाद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की. यह कार्यक्रम 6, 7 और 8 जनवरी तक चलता रहेगा. वहीं कार्यक्रम का समापन 8 जनवरी को होगा.
बच्चों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
आजाद जयंती के मौके पर बेसिक शिक्षा विभाग के सरकारी स्कूल के बच्चों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां कर भीड़ का मन मोह लिया. वहीं चंद्रशेखर आजाद के जीवन पर दर्शाई गई झांकी आकर्षण का केंद्र रही. इसके अलावा सरकारी विभागों के स्टाल भी लगाए गए, जिन पर ग्रामीणों और किसानों को जानकारियां साझा की गईं. वहीं आजाद जी के जयंती के मौके पर डीएम ने बुजुर्गों को कम्बल वितरित किए.
आजाद के आदर्शों पर चलने की जरूरत
डीएम रविंद्र कुमार ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद जी की जयंती मौके पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया. डीएम ने कहा कि अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी के आदर्शों को हमें जीवन में अपनाने का संकल्प लेना होगा. यह कार्यक्रम उद्देश्यपरक हो और आशा है कि ऐसे महान व्यक्तित्व के आदर्शों पर चलकर लोग अपना जीवन बिताएंगे.