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उन्नाव में भूगर्भ का पानी हुआ जहरीला, पानी नहीं जहर पी रहे लोग - उन्नाव में भूगर्भ का पानी जहरीला हुआ

उन्नाव जिले में जल निगम की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जिले में भूगर्भ जल पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है. जल निगम द्वारा 1492 बस्तियों में लिए गए सैम्पल में 492 सैम्पल पूरी तरह फेल हो गए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि गांव के लोग जो पानी पी रहे हैं, वो जहरीला हो चुका है.

जल निगम की जांच टीम ने किया खुलासा, भूगर्भ का पानी हुआ जहरीला
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Published : Oct 30, 2019, 3:50 AM IST

उन्नाव: जिले में जल निगम की आई जांच रिपोर्ट से लोग परेशान हैं. दरअसल नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार जिले में भूगर्भ जल पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है. हैण्डपम्प से निकलने वाला पानी पीने योग्य नहीं है. इस पानी में सल्फेट, फ्लोराइड और क्रोमियम जैसे खतरनाक रसायन पाए गए हैं. वहीं जल निगम के अधिकारी शासन को रिपोर्ट भेजकर बजट की मांग कर रहे हैं. खास बात ये है कि जल निगम द्वारा 1492 बस्तियों में लिए गए सैम्पल में, 492 सैम्पल पूरी तरह फेल हो गए. जिससे यह स्पष्ट होता है कि गांव के लोग जो पानी पी रहे हैं, वो जहरीला हो चुका है.

जल निगम की जांच टीम ने किया खुलासा, भूगर्भ का पानी हुआ जहरीला
जांच टीम ने किया खुलासादरअसल फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषित पानी से भूगर्भ जल जहरीला हो चुका है. जल निगम की आई रिपोर्ट में हुए खुलासे ने अधिकारियों की नींदे उड़ा दी हैं. क्योंकि जल निगम ने 1492 बस्तियों में वॉटर सैम्पलिंग कराई थी और उसके सैम्पल राज्य स्तरीय लैब को भेजा था, लेकिन वहां से जो रिपोर्ट आई वो बेहद चौंकाने वाली थी. क्योंकि 492 बस्तियों के सैम्पल पूरी तरह न सिर्फ फेल हो गए, बल्कि उसमें फ्लोराइड, सल्फेट और क्रोमियम जैसे खतरनाक रसायन पाए गए हैं.

जिसका मतलब 492 बस्तियों के लोग पानी नहीं जहर पी रहे हैं. वहीं इस रिपोर्ट के बाद जल निगम ने रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी है और बजट की डिमांड की है, ताकि इन इलाकों में पानी की शुद्ध सप्लाई की जा सके.







उन्नाव: जिले में जल निगम की आई जांच रिपोर्ट से लोग परेशान हैं. दरअसल नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार जिले में भूगर्भ जल पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है. हैण्डपम्प से निकलने वाला पानी पीने योग्य नहीं है. इस पानी में सल्फेट, फ्लोराइड और क्रोमियम जैसे खतरनाक रसायन पाए गए हैं. वहीं जल निगम के अधिकारी शासन को रिपोर्ट भेजकर बजट की मांग कर रहे हैं. खास बात ये है कि जल निगम द्वारा 1492 बस्तियों में लिए गए सैम्पल में, 492 सैम्पल पूरी तरह फेल हो गए. जिससे यह स्पष्ट होता है कि गांव के लोग जो पानी पी रहे हैं, वो जहरीला हो चुका है.

जल निगम की जांच टीम ने किया खुलासा, भूगर्भ का पानी हुआ जहरीला
जांच टीम ने किया खुलासादरअसल फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषित पानी से भूगर्भ जल जहरीला हो चुका है. जल निगम की आई रिपोर्ट में हुए खुलासे ने अधिकारियों की नींदे उड़ा दी हैं. क्योंकि जल निगम ने 1492 बस्तियों में वॉटर सैम्पलिंग कराई थी और उसके सैम्पल राज्य स्तरीय लैब को भेजा था, लेकिन वहां से जो रिपोर्ट आई वो बेहद चौंकाने वाली थी. क्योंकि 492 बस्तियों के सैम्पल पूरी तरह न सिर्फ फेल हो गए, बल्कि उसमें फ्लोराइड, सल्फेट और क्रोमियम जैसे खतरनाक रसायन पाए गए हैं.

जिसका मतलब 492 बस्तियों के लोग पानी नहीं जहर पी रहे हैं. वहीं इस रिपोर्ट के बाद जल निगम ने रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी है और बजट की डिमांड की है, ताकि इन इलाकों में पानी की शुद्ध सप्लाई की जा सके.







Intro:उन्नाव:--उन्नाव में जीवन जीने के लिए लोग जिस पानी का इस्तेमाल कर रहे है दरहसल वो पानी नही ज़हर पी रहे है यहां का भूगर्भ जल इस कदर प्रदूषित हो चुका है कि हैण्डपम्प से निकलने वाला पानी पीने योग्य ही नही है पानी इस कदर जहरीला हो चुका है कि उसमें सल्फेट,फ्लोराइड और क्रोमियम जैसे खतरनाक रसायन पाए गए है  जल निगम की आई जांच रिपोर्ट में हुए इस खुलासे के बाद जहां हड़कम्प मच गया है वही जल निगम के अधिकारी शासन को रिपोर्ट भेजकर बजट की मांग कर रहे है खास बात ये है कि जल निगम द्वारा 1492 बस्तियों में लिए गए सैम्पल में 492 सैम्पल पूरी तरह फेल हो गए जिसका मतलब इस गांव के लोग पानी नही ज़हर पी रहे है 




Body:चर्म उधोग के लिए पूरी दुनिया मे मशहूर उन्नाव के लिए अब यही उधोग अभिशाप बन गया है दरहसल फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषित पानी से भूगर्भ जल इस कदर जहरीला हो चुका है कि वो पीने योग्य नही बचा है जल निगम की आई रिपोर्ट में हुए खुलासे ने अधिकारियों की नींदे उड़ा दी है दरहसल जल निगम ने 1492 बस्तियों में वाटर सैम्पलिंग कराई थी और उसके सैम्पल राज्य स्तरीय लैब को भेजा था लेकिन वहां से जो रिपोर्ट आई वो बेहद चौकाने वाली थी क्योकि 492 बस्तियों के सैम्पल पूरी तरह ना सिर्फ फेल हो गए बल्कि उसमें फ्लोराइड,सल्फेट और क्रोमियम जैसे खतरनाक रसायन पाए गए है जिसका मतलब 492 बस्तियों के लोग पानी नही जहर पी रहे है वही इस रिपोर्ट के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए है और जल निगम ने रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी है और बजट की डिमांड की है ताकि इन इलाकों में पानी की शुद्ध सप्लाई की जा सके।


बाईट--के के कटियार (प्रबंधक जल निगम)





Conclusion:वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000
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