उन्नाव: अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद शासन ने सभी जनपदों के कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मियों के प्रपत्र जांच के लिए आदेश दिया था. इसमें जांच में जिले की एक महिला, जो बिना B.Ed डिग्री के ही नौकरी कर रही थी, उसकी संविदा समाप्त कर दी गई है. सफीपुर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षिका, जो प्रपत्र जांच में बुलाने के बावजूद नहीं उपस्थित हुई, उसे प्रशासन ने नोटिस भेज कर अवगत कराया है. इसके बाद भी यह शिक्षिका उपस्थित नहीं होती है, तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी मुकदमा दर्ज करने का निर्देश देंगे.
बता दें कि फर्जी शिक्षक मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. उन्नाव में 16, 17, 18 जून को उन्नाव के बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से प्रपत्र जांच के लिए कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मियों को बुलाया गया था. इसमें चार शिक्षक अनुपस्थित थे, जिनको नोटिस भेजकर बुलाया गया था. इनमें दो शिक्षक उपस्थित होकर अपने प्रपत्र की जांच कराए थे, जबकि 2 शिक्षिकाएं प्रपत्र जांच में नहीं उपस्थित हुईं. ये शिक्षिकाएं बिछिया और सफीपुर में तैनात हैं. जांच के लिए उपस्थित न होने को लेकर उन्नाव बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने जांच कराई तो बिछिया में तैनात साधना सिंह वॉर्डन के पद पर तैनात थी, लेकिन उनके पास B.Ed के ही प्रपत्र नहीं थे. वे बिना B.Ed डिग्री के ही नौकरी कर रही थी.
वहीं सफीपुर में तैनात सुप्रिया यादव भी प्रपत्र जांच में उपस्थित नहीं हुई, जिनको पुनः नोटिस भेजकर अवगत कराया गया है. वहीं अगर वह उपस्थित नहीं होती हैं, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.वहीं मीडिया से बात करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार पांडे ने बताया कि शासन ने प्रदेश के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मियों के पत्रों की जांच कराई थी. इसके तहत उन्नाव में भी 16, 17 और 18 जून को उन्नाव में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में कार्यरत कर्मियों के पेपर पत्रों की जांच के लिए बुलाया गया था. इनमें चार कर्मी नहीं उपस्थित हुए थे, जिनमें सभी को अवगत कराते हुए नोटिस जारी की गई थी. इनमें पुनः 2 शिक्षक उपस्थित हुए थे, जबकि 2 शिक्षिकाएं जिनमें एक बिछिया में तैनात साधना सिंह और दूसरी सफीपुर में तैनात सुप्रिया यादव अभी भी उपस्थित नहीं हुईं. इनमें साधना सिंह बिना B.Ed डिग्री के ही नौकरी कर रही थी, जिनकी संविदा समाप्त करने के लिए जिलाधिकारी को फाइल भेज दी गई है.
वहीं सुप्रिया यादव अभी भी प्रपत्र जांच कराने के लिए नहीं उपस्थित हो पाई हैं. सुप्रिया के पते पर नोटिस भेजकर अवगत कराया जा रहा है कि अगर वे उपस्थित नहीं हुईं, तो विभागीय कार्रवाई करते हुए जिला अधिकारी को फाइल प्रेषित की जाएगी.