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जज की बेटी ने बनाया इंटरनेशनल रिकॉर्ड, सलम्बा शीर्षासन कोणासन की मुद्रा में खुद को 10.57 मिनट रोका - YOGA PRACTITIONER MOHINI RATHORE

मूलरूप से आगरा की रहने वाली और कानपुर में एडीजे की बेटी ने ऑनलाइन प्रतियोगिता में बनाया रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज

मोहिन राठौर अपने पिता एडीजे रघुवीर सिंह और परिवार के साथ.
मोहिन राठौर अपने पिता एडीजे रघुवीर सिंह और परिवार के साथ. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 16, 2025, 5:45 PM IST

Updated : Jan 16, 2025, 6:55 PM IST

कानपुर: योग न सिर्फ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि तनाव चिंता और अवसाद जैसी कई समस्याओं से भी निजात मिलती है. इसी योग के जरिए कानपुर में रहने वाली बेटी ने विश्व स्तर पर रिकॉर्ड बनाया है. अपने जज पिता से योग के प्रभावित होकर अपना करियर बना लिया और महारथ हासिल की. हाल ही में उन्होंने सलम्बा शीर्षासन कोणासन में इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है.

इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्जः आगरा जिले के रहने वाले रघुवीर सिंह राठौर कानपुर में एडीजे के पद पर तैनात हैं. रघुवीर सिंह की बेटी मोहिनी राठौर ने सलम्बा शीर्षासन कोणशन में इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है. यह उपलब्धि उन्हें ऑनलाइन सलम्बा शीर्षासन कोणसन की मुद्रा में खुद को 10 मिनट 57 सेकंड तक रोककर हासिल करने पर मिली है. उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता 15 दिसंबर को हुई थी, जिसका परिणाम 31 दिसंबर 2024 को आया था. मोहिनी ने इस इस सफलता से न सिर्फ अपने माता-पिता को बल्कि देश को भी गौरवान्वित किया है.

कानपुर के जज की बेटी ने योग में बनाया रिकॉर्ड. (Video Credit; ETV Bharat)
पिता को देखकर शुरू किया था योगः मोहिनी ने बताया कि बचपन से ही देखा कि पिता आध्यात्मिक और प्राकृतिक से काफी ज्यादा जुड़े हुए हैं. उन्होंने योग में खुद भी एक मुकाम हासिल किया है. योग के जरिए खुद को शांत किया और जीवन में सफलता पाई. उन्होंने बताया कि हर इंसान के जीवन में कई समय ऐसी विषम परिस्थितियों आती है कि वह टूटकर बिखर जाता है.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर. (Photo Credit; ETV Bharat)

योग की शक्ति और आध्यात्मिक शक्ति से अगर धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं तो सफलता जरूर मिलती है. पिता की कामयाबी का सफर भी कुछ इसी तरह का था. पिता को जब योग करते देखा तो मैंने भी उनसे योग सीखा और धीरे-धीरे अपने सफर की शुरुआत की. मोहिनी ने बताया कि कभी ऐसा नहीं लगता था कि इस तरह का रिकॉर्ड बना पाऊंगी. इस सफलता से मैं बहुत ज्यादा खुश हूं. उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर 2024 को ऑनलाइन इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स प्रतियोगिता के लिए उन्हें अवसर मिला था. इस दौरान अपनी प्रतिभा से सलम्बा शीर्षासन कोणशन की मुद्रा में योग कर दुनिया भर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.

योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर. (Photo Credit; ETV Bharat)

पीएचडी कर रही मोहिनीः मोहनी ने बताया कि उसकी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई आगरा से ही हुई है. वर्तमान में इकोनॉमिक्स से पीएचडी कर रही हैं, जो कि मार्च में पूरी हो जाएगी. उन्होंने बताया कि पुणे स्थित स्वस्ति योगा सेंटर से योग टीचर बनने का कोर्स भी कर रही हैं. योग के प्रति उनकी रुचि या फिर इसको करने का विचार उन्हें अपने पिता को देखकर आया. क्योंकि बचपन से ही वह अपने पिता को योग करते हुए देख रही हूं. सभी लोगों को रोजाना कुछ समय निकालकर योग करें तो उनको न सिर्फ मासिक और शारीरिक रूप से शांति मिलेगी बल्कि वह काफी ज्यादा खुद को स्वस्थ और बेहतर महसूस करेंगे.

योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर. (Photo Credit; ETV Bharat)

इसे भी पढ़ें-सीतापुर में बिसवां पहुंचीं PM MODI की भतीजी, योग से निरोग रहने का दिया मंत्र

कानपुर: योग न सिर्फ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि तनाव चिंता और अवसाद जैसी कई समस्याओं से भी निजात मिलती है. इसी योग के जरिए कानपुर में रहने वाली बेटी ने विश्व स्तर पर रिकॉर्ड बनाया है. अपने जज पिता से योग के प्रभावित होकर अपना करियर बना लिया और महारथ हासिल की. हाल ही में उन्होंने सलम्बा शीर्षासन कोणासन में इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है.

इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्जः आगरा जिले के रहने वाले रघुवीर सिंह राठौर कानपुर में एडीजे के पद पर तैनात हैं. रघुवीर सिंह की बेटी मोहिनी राठौर ने सलम्बा शीर्षासन कोणशन में इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है. यह उपलब्धि उन्हें ऑनलाइन सलम्बा शीर्षासन कोणसन की मुद्रा में खुद को 10 मिनट 57 सेकंड तक रोककर हासिल करने पर मिली है. उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता 15 दिसंबर को हुई थी, जिसका परिणाम 31 दिसंबर 2024 को आया था. मोहिनी ने इस इस सफलता से न सिर्फ अपने माता-पिता को बल्कि देश को भी गौरवान्वित किया है.

कानपुर के जज की बेटी ने योग में बनाया रिकॉर्ड. (Video Credit; ETV Bharat)
पिता को देखकर शुरू किया था योगः मोहिनी ने बताया कि बचपन से ही देखा कि पिता आध्यात्मिक और प्राकृतिक से काफी ज्यादा जुड़े हुए हैं. उन्होंने योग में खुद भी एक मुकाम हासिल किया है. योग के जरिए खुद को शांत किया और जीवन में सफलता पाई. उन्होंने बताया कि हर इंसान के जीवन में कई समय ऐसी विषम परिस्थितियों आती है कि वह टूटकर बिखर जाता है.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर. (Photo Credit; ETV Bharat)

योग की शक्ति और आध्यात्मिक शक्ति से अगर धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं तो सफलता जरूर मिलती है. पिता की कामयाबी का सफर भी कुछ इसी तरह का था. पिता को जब योग करते देखा तो मैंने भी उनसे योग सीखा और धीरे-धीरे अपने सफर की शुरुआत की. मोहिनी ने बताया कि कभी ऐसा नहीं लगता था कि इस तरह का रिकॉर्ड बना पाऊंगी. इस सफलता से मैं बहुत ज्यादा खुश हूं. उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर 2024 को ऑनलाइन इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स प्रतियोगिता के लिए उन्हें अवसर मिला था. इस दौरान अपनी प्रतिभा से सलम्बा शीर्षासन कोणशन की मुद्रा में योग कर दुनिया भर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.

योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर. (Photo Credit; ETV Bharat)

पीएचडी कर रही मोहिनीः मोहनी ने बताया कि उसकी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई आगरा से ही हुई है. वर्तमान में इकोनॉमिक्स से पीएचडी कर रही हैं, जो कि मार्च में पूरी हो जाएगी. उन्होंने बताया कि पुणे स्थित स्वस्ति योगा सेंटर से योग टीचर बनने का कोर्स भी कर रही हैं. योग के प्रति उनकी रुचि या फिर इसको करने का विचार उन्हें अपने पिता को देखकर आया. क्योंकि बचपन से ही वह अपने पिता को योग करते हुए देख रही हूं. सभी लोगों को रोजाना कुछ समय निकालकर योग करें तो उनको न सिर्फ मासिक और शारीरिक रूप से शांति मिलेगी बल्कि वह काफी ज्यादा खुद को स्वस्थ और बेहतर महसूस करेंगे.

योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर.
योगाभ्यास करती मोहिनी राठौर. (Photo Credit; ETV Bharat)

इसे भी पढ़ें-सीतापुर में बिसवां पहुंचीं PM MODI की भतीजी, योग से निरोग रहने का दिया मंत्र

Last Updated : Jan 16, 2025, 6:55 PM IST
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