उन्नाव: जिले के बिहार थाना क्षेत्र में 5 दिसंबर 2019 को एक दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जला दिया गया था. उसी पीड़िता का लगभग 7 वर्षीय भतीजा बीते 12 दिन से लापता है. पुलिस की 14 टीमें मासूम की तलाश में लगाई गई हैं. वहीं पुलिस बिना मासूम की बरामदगी किए ही मामले में नामजद 3 महिला व दो युवकों को जेल भेजा है, जिससे आरोपियों के परिजनों ने पुलिस पर बिना किसी साक्ष्य के जेल भेजने का आरोप लगाते हुए पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं. आरोपियों के परिजनों ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
जानें पूरा मामला
दुष्कर्म पीड़िता को 5 दिसंबर, 2019 को कथित तौर पर जिंदा आग के हवाले कर दिया गया था. आग में गंभीर रूप से जलने के कारण उसे इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था, जहां उसने एक दिन बाद ही दम तोड़ दिया. दुष्कर्म पीड़िता अपने वकील से मिलने के लिए रायबरेली जाने के लिए ट्रेन में चढ़ने के लिए रेलवे स्टेशन पर जा रही थी, तभी बेल पर बाहर आए आरोपियों ने उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया था. मामला हाई प्रोफाइल होने से एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी कमान संभाल रहे हैं. एसपी के नेतृत्व में 14 टीमें मासूम की तलाश में लगी हुई हैं. वहीं पुलिस ने 5 नामित आरोपियों समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर बीते 10 दिनों तक पूछताछ की, मगर मासूम के बारे में कोई सुराग नहीं लग सका है.
हाथ नहीं लगा कोई सुराग
पुलिस मासूम को खोजने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. आस-पास के तालाब व जंगलों में भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है. इस मामले में मासूम का पता न चलने से पुलिस प्रशासन की किरकिरी हो रही है. वहीं पीड़ित परिवार में अनहोनी की आशंका को लेकर धड़कने तेज हो रही हैं. पुलिस जिले के प्रमुख मार्गों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है. इसके अलावा दोनों पक्षों के कई संदिग्ध लोगों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं. फिलहाल पुलिस अभी हवा में तीर चला रही है. 12 दिन तक आरोपियों से पूछताछ में भी मासूम के बारे में कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है. अब पुलिस ने 5 नामजद आरोपियों को जेल भेजकर कोर्ट से न्यायिक हिरासत में रिमांड की मांग की है.
सीओ ने दी जानकारी
सीओ बीघापुर कृपाशंकर कनौजिया ने बताया कि लापता मासूम का कोई सुराग नहीं लग सका है. पुलिस टीमें मासूम की लगातार तलाश कर रही हैं. 5 नामजद आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
एसपी से मिलने पहुंचे आरोपी पक्ष के लोग
इस मामले में आरोपी पक्ष के लोग मंगलवार को एसपी आनंद कुलकर्णी के कार्यालय पहुंचे, जहां एसपी से मुलाकात न होने पर परिजनों ने एप्लीकेशन दी है, जिसमें बिना साक्ष्य के ही जेल भेजने पर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं. वहीं लापता बच्चे के परिजन द्वारा गलत ढंग से फंसाए जाने का आरोप लगाया है.