उन्नाव: सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि किसी भी रेप पीड़िता, उसके घर और परिवार का नाम नहीं लिया जाना चाहिए. पीड़िता की निजता का पूरा ध्यान रखा जाए. वहीं लखनऊ जोन के आईजी एस के भगत उन्नाव में एक रेप पीड़िता को जलाने के मामले में तहकीकात करने पहुंचे तो वहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान रेप पीड़िता और उसके पिता का नाम ले लिया.
जहां एक और आईजी जोन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना की है, वहीं रेप पीड़िता की निजता का हनन भी किया है. दरअसल, गुरुवार को बिहार थाना क्षेत्र में स्थित बैसवारा स्टेशन जा रही रेप पीड़िता को 5 लोगों ने आग के हवाले कर दिया, जिससे युवती का लगभग 90 प्रतिशत शरीर आग की चपेट में आने से झुलस गया.
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पीड़िता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. पीड़िता की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर करने के बाद दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.