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लखनऊ जोन के आईजी ने की सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद अधिकारी रेप पीड़िता का नाम लेकर उसकी निजता का हनन करते दिख रहे हैं. हैदराबाद की घटना के बाद भी निजता के हनन का मामला जोर-शोर से उठा था, बावजूद इसके उन्नाव में रेप पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में जांच करने पहुंचे लखनऊ जोन के आईजी ऐसा करते दिखे.

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आईजी जोन लखनऊ एसके भगत.
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Published : Dec 5, 2019, 7:33 PM IST

उन्नाव: सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि किसी भी रेप पीड़िता, उसके घर और परिवार का नाम नहीं लिया जाना चाहिए. पीड़िता की निजता का पूरा ध्यान रखा जाए. वहीं लखनऊ जोन के आईजी एस के भगत उन्नाव में एक रेप पीड़िता को जलाने के मामले में तहकीकात करने पहुंचे तो वहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान रेप पीड़िता और उसके पिता का नाम ले लिया.

मीडिया से बातचीत करते आईजी रेंज लखनऊ.

जहां एक और आईजी जोन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना की है, वहीं रेप पीड़िता की निजता का हनन भी किया है. दरअसल, गुरुवार को बिहार थाना क्षेत्र में स्थित बैसवारा स्टेशन जा रही रेप पीड़िता को 5 लोगों ने आग के हवाले कर दिया, जिससे युवती का लगभग 90 प्रतिशत शरीर आग की चपेट में आने से झुलस गया.

ये भी पढ़ें: लखनऊ: सीएम योगी ने उन्नाव गैंगरेप कांड पर अधिकारियों को दिए निर्देश

पीड़िता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. पीड़िता की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर करने के बाद दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.

उन्नाव: सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि किसी भी रेप पीड़िता, उसके घर और परिवार का नाम नहीं लिया जाना चाहिए. पीड़िता की निजता का पूरा ध्यान रखा जाए. वहीं लखनऊ जोन के आईजी एस के भगत उन्नाव में एक रेप पीड़िता को जलाने के मामले में तहकीकात करने पहुंचे तो वहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान रेप पीड़िता और उसके पिता का नाम ले लिया.

मीडिया से बातचीत करते आईजी रेंज लखनऊ.

जहां एक और आईजी जोन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना की है, वहीं रेप पीड़िता की निजता का हनन भी किया है. दरअसल, गुरुवार को बिहार थाना क्षेत्र में स्थित बैसवारा स्टेशन जा रही रेप पीड़िता को 5 लोगों ने आग के हवाले कर दिया, जिससे युवती का लगभग 90 प्रतिशत शरीर आग की चपेट में आने से झुलस गया.

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पीड़िता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. पीड़िता की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर करने के बाद दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.

Intro:जहां एक और सर्वोच्च न्यायालय लगातार निर्देश दे रही है कि किसी भी रेप पीड़िता के परिवार उसके घर व उसके किसी रिश्तेदार का नाम नहीं लिया जाना चाहिए जिससे उसकी निजता का हनन ना हो वही हैदराबाद की घटना के बाद भी जहां एक और नीता की हनन का मामला जोर-शोर से उठा था उसके बावजूद भी आज लखनऊ जोन के आईजी उन्नाव में एक रेप पीड़िता को आग के हवाले करने के मामले की तहकीकात करने घटनास्थल पहुंचे तो वहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए रेप पीड़िता का नाम व उसके पिता का नाम लेकर जहां एक और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना की है वही रेप पीड़िता की निजता का हनन भी किया है ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि यदि जो जिम्मेदार अधिकारी हैं वही निजता का ध्यान नहीं रखेंगे तो दूसरे की बात तो बहुत दूर की है।Body:आपको बता दूं आज उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में स्थित बैसवारा स्टेशन जा रही एक युवती को 5 लोगों ने आग के हवाले कर दिया जिससे युवती का लगभग 90% शरीर आग की चपेट में आने से झुलस गया वहीं इस घटना के बाद जहां जिले से लेकर प्रदेश स्तर के अधिकारियों में खलबली मच गई वहीं लखनऊ जोन के आईजी एस के भगत घटना स्थल पर पहुंचकर तहकीकात करनी चाहिए और घटनास्थल पर पहुंच गए जिसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए शुरू में ही लड़की का नाम लेकर लड़की की निजीता का हनन ही नहीं अपितु उसके पिता का भी नाम लिया।

बाइट:-- एस के भगत आईजी जोन लखनऊConclusion:
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