उन्नाव: सफीपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित परियर गंगा तट पर सोमवार को अवैध बालू खनन की शिकायत पर उन्नाव के खनन अधिकारी व सदर एसडीएम ने छापेमारी की. इस दौरान गंगा की जलधारा में एनजीटी के नियमों को दरकिनार करते हुए ड्रेजिंग मशीन से बालू का अवैध खनन होता पाया गया. इस दौरान एसडीएम ने 6 ड्रेजिंग मशीनों को पकड़कर कार्रवाई की. साथ ही कई मजदूर और ऑपरेटरों पर भी कार्रवाई की.
उन्नाव जिला अधिकारी को सोमवार को सूचना मिली कि एनजीटी व खनन विभाग के नियमों को दरकिनार करते हुए गंगा की जलधारा में खनन माफियाओं द्वारा बालू का खनन किया जा रहा है. डीएम के निर्देश पर एसडीएम अंकित शुक्ला ने खनन अधिकारी व अन्य अधिकारियों की टीम परियर गंगा तट पर पहुंच गई. एसडीएम ने वहां की हालात को दूरबीन से देखा तो दंग रह गए. उन्होंने देखा की 6 ड्रेजिंग मशीन गंगा की जलधारा से बालू का खनन कर रही हैं. इसके बाद एसडीएम अन्य अधिकारिओं के साथ स्टीमर की मदद से खनन स्थल पर पहुंचे. उन्होंने ड्रेजिंग मशीनों को कब्जे में लेते हुए मजदूरों को भी हिरासत में ले लिया.
सदर एसडीएम अंकित शुक्ला ने बताया कि अवैध बालू खनन की सूचना मिली थी. डीएम के निर्देश के बाद उन्होंने खनन अधिकारियों के साथ मिलकर छापेमारी की. इस दौरान वहां अवैध खनन कर रहे 6 ड्रेजिंग मशीनों को कब्जे में ले लिया. साथ ही वहां ड्रेजिंग मशीनों पर काम कर रहे कई मजदूरों को हिरासत में ले लिया है. मजदूरों से पूछताछ कर कानूनी कार्रवाई की गई.
बता दें कि बालू के अवैध खनन को लेकर लगातार यहां के लोग सवाल उठाते रहते हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार वहां लव-कुश की जन्म स्थली है. इसलिए वहां भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने आते हैं. लेकिन बालू के अवैध खनन की वजह से बने गड्ढों में डूबकर उनकी मौत हो जाती है. जिला प्रशासन की कार्रवाई के बाद भी खनन माफिया अवैध तरीके से बालू का खनन करते हैं.
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