उन्नाव: शहर में स्थित एक निजी विद्यालय में छात्र-छात्राओं को आग से बचाव और अग्निशमन उपकरणों को चलाने के तरीके सिखाए गए. उनको यह प्रशिक्षण अग्निशमन विभाग के अधिकारी शिव दरस प्रसाद ने दिया. वहीं इस प्रशिक्षण में अग्निशमन अधिकारी ने छात्र-छात्राओं को पटाखे जलाते वक्त किन सावधानियों को बर्तना चाहिए और किस तरीके से पटाखे जलाने चाहिए के गुर सिखाए गए.
पटाखे जलाते समय सावधानी बरतने को लेकर कार्यक्रम का आयोजन
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए और दिवाली के अवसर पर पटाखे जलाते समय होने वाले हादसों को ध्यान में रखते हुए उन्नाव के अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया. अग्निशमन विभाग अधिकारी शिवदत्त प्रसाद ने सिविल लाइन में स्थित एक निजी विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया.
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने लिया हिस्सा
इस कार्यक्रम में स्कूल में बच्चों को दिवाली के समय पटाखों से दूर रहकर पर्यावरण को बचाने की सीख दी गई. वहीं जो बच्चे पटाखे जलाते हैं, उनको पटाखे जलाते वक्त होने वाले हादसों से बचाव के टिप्स अग्निशमन अधिकारी ने दिए. बच्चों को आग लगने पर आग बुझाने वाले यंत्रों को चलाने के बारे में भी बताया गया. कार्यक्रम में लगभग 1000 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.
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ईटीवी भारत ने अग्निशमन अधिकारी से की बातचीत
ईटीवी भारत से बात करते हुए अग्निशमन अधिकारी शिव दरस प्रसाद ने बताया कि हम लोगों ने उन्नाव स्थित एक निजी विद्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया था. इसमें छात्र-छात्राओं को आग लगने के समय किस तरीके की सावधानी बरतनी चाहिए और किस तरीके से आतिशबाजी जलानी चाहिए के गुर सिखाए गए.
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में बच्चों और अध्यापकों को भी सलाह दी है कि वह अपने घरों में और आस-पास के बच्चों को इस दिशा में मोटिवेट करें कि आतिशबाजी से दूरी बनाए. क्योंकि ऑक्सीजन की कमी हो रही है और कार्बन डाइऑक्साइड की वृद्धि हो रही है. इस तरह के कार्यक्रम दीपावली तक फायर ब्रिगेड द्वारा किए जाते रहेंगे.