लखनऊ: भारतीय रेलवे अब सामान्य ट्रेनों की तरह देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत को 24 कोच वाली ट्रेन के रूप में दौड़ाने की तैयारी कर रहा है. अभी तक वंदे भारत ट्रेन बनारस से दिल्ली के बीच 20 कोच के साथ संचालित हो रही है. जबकि लखनऊ के लिए वंदे भारत ट्रेन सिर्फ सात कोच की है.
अब रेलवे 24 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन को पटरियों पर उतारने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में इन ट्रेनों के मेंटेनेंस के लिए अब बनारस के साथ ही लखनऊ में भी शेड तैयार किया जा रहा है. उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा बताते हैं कि लखनऊ में अब वंदे भारत का मेंटेनेंस हो सके इसके लिए शेड तैयार हो रहे हैं. मल्हौर में भी वंदे भारत का शेड बनाया जाएगा. इससे यहीं पर ट्रेन मेंटेन हो सकेगी.
लखनऊ मंडल से अभी जिन सात वंदे भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है या फिर आवागमन कर रही हैं, उनके मेंटेनेंस के लिए लखनऊ में कोई शेड नहीं है. इससे वंदे भारत को मेंटेन करने के लिए अलग ले जाना पड़ता है. इससे अतिरिक्त खर्च होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब बनारस और लखनऊ में वंदे भारत के मेंटेनेंस के लिए शेड्स बनाने की तैयारी है.
लखनऊ के मल्हौर में इसके लिए सर्वे शुरू कराया गया है. यहां पर मेमू के साथ ही वंदे भारत का भी मेंटेनेंस हो सके, इसकी योजना है. भले ही अभी लखनऊ मंडल में कम कोच की वंदे भारत संचालित हो रही हों, लेकिन आने वाले दिनों में 24 कोच वाली भी वंदे भारत अगर संचालित होगी तो उनका भी मेंटेनेंस हो सके, इसकी तैयारी है.
लखनऊ होकर चलने वालीं वंदे भारत ट्रेनें
- गोरखपुर से लखनऊ के लिए वंदे भारत ट्रेन आती है जो प्रयागराज तक जाती है.
- लखनऊ जंक्शन से देहरादून के लिए वंदे भारत संचालित होती है.
- लखनऊ से मेरठ के लिए वंदे भारत ट्रेन चलती है. इस ट्रेन का विस्तार वाराणसी तक किया गया है.
- लखनऊ से पटना के लिए वंदे भारत ट्रेन चलती है. यह ट्रेन लखनऊ के गोमती नगर रेलवे स्टेशन से चलती है.
- लखनऊ से छपरा के लिए वंदे भारत ट्रेन चलती है.
- नई दिल्ली से लखनऊ के लिए वंदे भारत ट्रेन चलती है. यह ट्रेन नई दिल्ली से सुबह 6:10 बजे चलती है और लखनऊ में दोपहर 12:35 बजे पहुंचती है.
क्या कहते हैं मंडल रेल प्रबंधक: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा का कहना है कि वंदे भारत का शेड लखनऊ में बन रहा है. हमारा पूरा प्रयास है कि हम उसको मार्च तक बेसिक रूप से चालू कर लें. हमारे सारे इक्विपमेंट आने हैं तो जून तक हम पूरा करने का प्रयास करेंगे. लखनऊ की तरह बनारस में हमारा शेड बन रहा है.
उम्मीद है कि अगले दो महीने में वह भी इस स्थिति में होगा कि हम वंदे भारत ट्रेन मेंटेन कर सकें. मल्हौर में भी मेमू कम वंदे भारत शेड बन रहा है. उसका भी सर्वे चालू कराया है. क्योंकि, अब लांग रन में इस तरह के ट्रेन शेड्स आएंगे तो हम लोग पीछे न छूट जाएं. इसलिए हम लोग तत्पर हैं. स्टाफ को भी ट्रेनिंग पर भेजा जा रहा है. ट्रेनिंग के बाद वे भी तैयार रहेंगे जिससे हम इन फैसेलिटीज को इस्तेमाल करें और इन्हें चला सकें.
डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा का कहना है कि मल्हौर का यूनिवर्सल शेड होगा. अब ज्यादा ट्रेन रैक आने शुरू होंगे तो हमें उसके लिए तैयारी शुरू करनी है. हमारी वंदे भारत बनारस से जो चल रही है वह 20-20 कोच वाली है. हम लोग भी अभी से 24 कोच वाली वंदे भारत की तैयारी करके चल रहे हैं. इसीलिए यह शेड्स 24 कोच के मेंटेनेंस के लिए बनाए जा रहे हैं.
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