उन्नावः रेप पीड़िता की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद जहां पूरे देश में शोक की लहर है, वहीं शनिवार पीड़ित परिवार का दर्द बांटने पहुंची प्रियंका ने परिवार को न्याय का आश्वासन दिया, लेकिन पीड़िता के पिता को सरकार और न्याय पालिका की लंबी लड़ाई पर विश्वास नहीं है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में बेटी के पिता ने अपना दर्द बांटते हुए कहा कि हमें सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि अगर सरकार मदद करती तो उनकी बेटी आज जिंदा होती.
उन्नाव रेप पीड़िता के पिता ने कहा सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं
उन्नाव रेप पीड़िता के पिता ने कहा कि उनको न्याय पालिका और सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है. पीड़िता के पिता ने कहा कि जिस तरह से हैदराबाद के दरिंदों को सजा दी गई है, वैसे ही इन दरिंदों को भी सजा दी जाए.
उन्नाव रेप पीड़िता के पिता
उन्नावः रेप पीड़िता की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद जहां पूरे देश में शोक की लहर है, वहीं शनिवार पीड़ित परिवार का दर्द बांटने पहुंची प्रियंका ने परिवार को न्याय का आश्वासन दिया, लेकिन पीड़िता के पिता को सरकार और न्याय पालिका की लंबी लड़ाई पर विश्वास नहीं है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में बेटी के पिता ने अपना दर्द बांटते हुए कहा कि हमें सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि अगर सरकार मदद करती तो उनकी बेटी आज जिंदा होती.
पीड़िता के पिता ने कहा कि न्यायपालिका से भी इंसाफ की उम्मीद कम ही है, क्योंकि वह प्रक्रिया इतनी लंबी है कि बेटी के लिए इंसाफ मांगते-मांगते वह दुनिया से चले जाएंगे, लेकिन बेटी को इंसाफ नहीं मिल पाएगा. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मेरे पास न्यायपालिका की लड़ाई लड़ने का पैसा भी नहीं है. पिता ने कहा कि उन्हें इंसाफ तभी मिलेगा, जब हैदराबाद जैसा एनकाउंटर उन दरिंदो का हो या फिर उन्हें तत्काल फांसी दी जाए.
पीड़िता के पिता ने कहा कि न्यायपालिका से भी इंसाफ की उम्मीद कम ही है, क्योंकि वह प्रक्रिया इतनी लंबी है कि बेटी के लिए इंसाफ मांगते-मांगते वह दुनिया से चले जाएंगे, लेकिन बेटी को इंसाफ नहीं मिल पाएगा. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मेरे पास न्यायपालिका की लड़ाई लड़ने का पैसा भी नहीं है. पिता ने कहा कि उन्हें इंसाफ तभी मिलेगा, जब हैदराबाद जैसा एनकाउंटर उन दरिंदो का हो या फिर उन्हें तत्काल फांसी दी जाए.
Intro:उन्नाव:-रेप पीड़िता की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद जहां पूरे देश मे शोक की लहर है वही आज पीड़ित परिवार का दर्द बाटने पहुची प्रियंका ने परिवार को न्याय का आश्वासन तो जरूर दिया लेकिन पीड़िता के पिता को ना तो सरकार से और ना ही न्याय पालिका से न्याय की उम्मीद है ई टी वी भारत से बेटी के पिता ने अपना दर्द बाटते हुए कहा कि हमे सरकार से तो कोई उम्मीद है नही क्योकि अगर वही मदद करती तो मेरी बेटी आज जिंदा होती यही नही न्याय पालिका से भी बेटी के पिता को उम्मीद नही है क्योकि वो प्रक्रिया लंबी है। बेटी के पिता ने कहा या तो आरोपियों को फांसी दी जाय या फिर हैदराबाद जैसा इंसाफ मिले।
Body:उन्नाव में दरिंदो की हैवानियत का शिकार हुई बेटी ने कल दिल्ली के अस्पताल में भले ही जिंदगी की जंग हार गई हो लेकिन बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए परिजन फांसी की मांग कर रहे है ई टी वी भारत से बात करते हुए बेटी के पिता ने प्रियंका गांधी के न्याय दिलाने के साथ हर मुमकिन मदद करने का आश्वासन देने की बात कहते हुए पिता को सरकार से न्याय की कोई उम्मीद नही है पिता की माने तो अगर सरकार ही सही होती तो उनकी बेटी जिंदा होती यही नही न्यायपालिका से भी इंसाफ की उम्मीद कम ही है पिता की माने तो वो प्रक्रिया इतनी लंबी है कि बेटी के लिए इंसाफ मांगते मांगते वो दुनिया से चले जायेंगे लेकिन बेटी को इंसाफ नही मिलेगा और उनके पास न्यायपालिका की लड़ाई लड़ने का पैसा भी नही है।पिता ने कहा कि उन्हें इंसाफ तभी मिलेगा या तो हैदराबाद जैसा एनकाउंटर उन दरिंदो का हो या फिर तत्काल फांसी दी जाय।
बाईट--पिता
Conclusion:वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000
Body:उन्नाव में दरिंदो की हैवानियत का शिकार हुई बेटी ने कल दिल्ली के अस्पताल में भले ही जिंदगी की जंग हार गई हो लेकिन बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए परिजन फांसी की मांग कर रहे है ई टी वी भारत से बात करते हुए बेटी के पिता ने प्रियंका गांधी के न्याय दिलाने के साथ हर मुमकिन मदद करने का आश्वासन देने की बात कहते हुए पिता को सरकार से न्याय की कोई उम्मीद नही है पिता की माने तो अगर सरकार ही सही होती तो उनकी बेटी जिंदा होती यही नही न्यायपालिका से भी इंसाफ की उम्मीद कम ही है पिता की माने तो वो प्रक्रिया इतनी लंबी है कि बेटी के लिए इंसाफ मांगते मांगते वो दुनिया से चले जायेंगे लेकिन बेटी को इंसाफ नही मिलेगा और उनके पास न्यायपालिका की लड़ाई लड़ने का पैसा भी नही है।पिता ने कहा कि उन्हें इंसाफ तभी मिलेगा या तो हैदराबाद जैसा एनकाउंटर उन दरिंदो का हो या फिर तत्काल फांसी दी जाय।
बाईट--पिता
Conclusion:वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000