उन्नाव: सड़क हादसे में जख्मी माखी रेप पीड़िता और उसका वकील लखनऊ के अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. वहीं इस हादसे में सीबीआई के मुख्य गवाह और पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई. मामले में अब तक तीन गवाहों की मौत हो चुकी है. इसके बाद उन्नाव रेपकांड के अन्य गवाह दहशत में हैं. कई बार सुरक्षा की गुहार लगा चुके इन गवाहों को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई है.
28 जुलाई को रायबरेली में स्विफ्ट डिजायर गाड़ी और ट्रक की टक्कर के बाद उन्नाव रेपकांड फिर से सुर्खियों में है. जो कार दुर्घटनाग्रस्त हुई थी उसमें उन्नाव रेपकांड की पीड़िता और उसके परिजन सवार थे. मामले के मुख्य आरोपी जेल में बंद भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर इस घटना को अंजाम देने के आरोप लग रहे हैं. इस हादसे में सीबीआई की मुख्य गवाह और पीड़िता की चाची की मौत के बाद अन्य गवाह डरे सहमे हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत में सीबीआई के गवाह ने सरकार से अपने परिवार और खुद की हिफाजत की गुहार लगाई है. गवाह की मानें तो उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रदेश के तमाम अधिकारियों को पत्र भेजकर सुरक्षा की मांग की लेकिन उसे सुरक्षा नहीं मिली.