उन्नाव: सदर कोतवाली क्षेत्र में जिला जज के आवास पर जज के ही ड्राइवर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब, सुबह जज के बच्चों को स्कूल जाना था. और वाहन न निकालने पर जब चपरासी क्वार्टर पर पहुंचा तो वहां चालक राम लखन का शव पंखे से लटका हुआ था.
फांसी लगाने की बात पूरे कचहरी में आग की तरह फैल गई.मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने कुछ भी बताने से मना कर दिया.
क्या है पूरा मामला:
- चालक राम लखन मौर्य जिला बाराबंकी के उत्तर टोला बकी गांव के रहने वाले थे.
- मृतक ने दो शादियां की थीं.
- दूसरी पत्नी ने पारिवारिक कोर्ट में गुजारा भत्ता को लेकर वाद दायर किया था.
- इस वजह से बाराबंकी कोर्ट से रिकवरी के आदेश हुए थे.
- रिकवरी की किस्त 10000 रुपये न जमा करने पर जिला जज ने चालक का वेतन रोक दिया था.
- रुपए जमा करने पर जज ने वेतन भी बहाल कर दिया.
- मानसिक रुप से परेशान चालक, जिला जज के आवास पर बने क्वार्टर में देर रात गमछे का फंदा बनाकर पंखे से लटक गया.