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उन्नाव : बिहार अपहरण कांड के आरोपियों की होगी लाई डिटेक्टर टेस्ट

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Published : Oct 19, 2020, 6:58 PM IST

उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के भाटन खेड़ा गांव की गैंगरेप पीड़िता के 7 साल के लापता भतीजे के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आ गया है. आरोपियों के परिजन बच्चे के अपहरण का खुद पर लगे आरोप को बेबुनियाद बता रहे हैं. साथ ही पुलिस से बीते दिनों लाई डिटेक्टर टेस्ट की भी मांग किए थे, जिसे कोर्ट ने अब पुलिस को अनुमति दे दी है.

बिहार अपहरण कांड के आरोपियों की होगी लाई डिटेक्टर टेस्ट.
बिहार अपहरण कांड के आरोपियों की होगी लाई डिटेक्टर टेस्ट.

उन्नाव : उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के भाटन खेड़ा गांव की गैंगरेप पीड़िता के 7 साल के लापता भतीजे के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आ गया है. आरोपियों के परिजन बच्चे के अपहरण का खुद पर लगे आरोप को बेबुनियाद बता रहे हैं. आरोपियों के परिजनों ने पुलिस से बीते दिनों लाई डिटेक्टर टेस्ट की भी मांग की थी, जिसे कोर्ट ने अब पुलिस को अनुमति दे दी है. उन्नाव पुलिस ने फॉरेंसिक लैब को लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की रिपोर्ट भेज दी है. एएसपी के मुताबिक लैब से अनुमति मिलते ही लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा. लाई डिटेक्टर टेस्ट की स्वीकृति से विहार में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

आप को बता दें कि 5 दिसंबर 2019 को जिले में गैंगरेप पीड़िता की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी. वहीं पीड़िता का लगभग 7 वर्ष का भतीजा 2 अक्टूबर 2020 की रात यानी की बीते 18 दिन से लापता है. मासूम की तलाश में लगी पुलिस की 14 से अधिक टीमें के हाथ अभी तक खाली हैं, जिससे पुलिस के सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पीड़िता की बहन की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व की रेप घटना में आरोपित परिवार के 4 सदस्यों व पड़ोस की एक महिला समेत 5 पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है. करीब 10 दिनों तक पूछताछ के बाद भी पुलिस आरोपियों से कोई सुराग का पता नहीं लगा सकी है. वहीं सभी 5 आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.

दूसरी तरफ आरोपी पक्ष ने पुलिस पर बिना साक्ष्य के एक तरफा कार्रवाई करने का गंभीर आरोप लगाया है. वहीं घटना का सच सामने लाने के लिए आरोपी परिवार ने पुलिस से लाई डिटेक्टर टेस्ट के अलावा लागातर सीबीआई जांच की मांग कर रहा है. जिस पर पुलिस ने लाइव डिटेक्टर टेस्ट के लिए कोर्ट में अनुमति की याचिका दायर की थी. बीते शनिवार को उन्नाव जिला न्यायालय ने आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की याचिका स्वीकर करते हुए पुलिस को लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. वहीं कोर्ट से आदेश होते ही पुलिस ने फोरेंसिक लैब लखनऊ (एफएसएल) को रिपोर्ट भेजकर आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए समय मांगा है. FSL से समय निर्धारित होते ही बच्चे के अपहरण में नामजद जिला कारगार में बंद 5 आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जाएगा. एएसपी वीके पांडेय ने बताया कि आरोपियों ने लाई डिटेक्टर टेस्ट की मांग की थी, जिसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई थी. उन्होंने बताया कि शनिवार को कोर्ट ने अनुमति दे दी है. FSL से समय निर्धारित होते ही लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा.

उन्नाव : उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के भाटन खेड़ा गांव की गैंगरेप पीड़िता के 7 साल के लापता भतीजे के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आ गया है. आरोपियों के परिजन बच्चे के अपहरण का खुद पर लगे आरोप को बेबुनियाद बता रहे हैं. आरोपियों के परिजनों ने पुलिस से बीते दिनों लाई डिटेक्टर टेस्ट की भी मांग की थी, जिसे कोर्ट ने अब पुलिस को अनुमति दे दी है. उन्नाव पुलिस ने फॉरेंसिक लैब को लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की रिपोर्ट भेज दी है. एएसपी के मुताबिक लैब से अनुमति मिलते ही लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा. लाई डिटेक्टर टेस्ट की स्वीकृति से विहार में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

आप को बता दें कि 5 दिसंबर 2019 को जिले में गैंगरेप पीड़िता की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी. वहीं पीड़िता का लगभग 7 वर्ष का भतीजा 2 अक्टूबर 2020 की रात यानी की बीते 18 दिन से लापता है. मासूम की तलाश में लगी पुलिस की 14 से अधिक टीमें के हाथ अभी तक खाली हैं, जिससे पुलिस के सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पीड़िता की बहन की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व की रेप घटना में आरोपित परिवार के 4 सदस्यों व पड़ोस की एक महिला समेत 5 पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है. करीब 10 दिनों तक पूछताछ के बाद भी पुलिस आरोपियों से कोई सुराग का पता नहीं लगा सकी है. वहीं सभी 5 आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.

दूसरी तरफ आरोपी पक्ष ने पुलिस पर बिना साक्ष्य के एक तरफा कार्रवाई करने का गंभीर आरोप लगाया है. वहीं घटना का सच सामने लाने के लिए आरोपी परिवार ने पुलिस से लाई डिटेक्टर टेस्ट के अलावा लागातर सीबीआई जांच की मांग कर रहा है. जिस पर पुलिस ने लाइव डिटेक्टर टेस्ट के लिए कोर्ट में अनुमति की याचिका दायर की थी. बीते शनिवार को उन्नाव जिला न्यायालय ने आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की याचिका स्वीकर करते हुए पुलिस को लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. वहीं कोर्ट से आदेश होते ही पुलिस ने फोरेंसिक लैब लखनऊ (एफएसएल) को रिपोर्ट भेजकर आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए समय मांगा है. FSL से समय निर्धारित होते ही बच्चे के अपहरण में नामजद जिला कारगार में बंद 5 आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जाएगा. एएसपी वीके पांडेय ने बताया कि आरोपियों ने लाई डिटेक्टर टेस्ट की मांग की थी, जिसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई थी. उन्होंने बताया कि शनिवार को कोर्ट ने अनुमति दे दी है. FSL से समय निर्धारित होते ही लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा.

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